Terrorists Attack: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के मचेडी इलाके में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के जेसीओ समेत 5 जवान शहीद हो गए, जबकि 6 जख्मी हैं। सूत्रों की मानें तो आतंकियों ने सेना के काफिले पर अटैक में एक स्थानीय गाइड की मदद ली थी। आतंकियों के कठुआ के जंगलों में छिपे होने का शक है। मंगलवार को सेना, पुलिस और सुरक्षाबलों की टुकड़ियां जंगल में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीद जवानों श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा है कि आतंकियों को मुंहतोड़ जबाव मिलेगा। कांग्रेस प्रेसिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
एक पहाड़ी पर घात लगाए बैठे थे आतंकी
आतंकियों ने कठुआ जिले के मचेडी इलाके में सोमवार दोपहर करीब 3.30 बजे घात लगाकर सेना के ट्रक पर ग्रेनेड फेंकने के बाद अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं। आतंकियों ने हमले के लिए एक कच्चे रास्ते को चुना था। जब सेना का वाहन यहां से गुजरा तो पास की एक पहाड़ी पर छिपे आतंकियों ने हमला कर दिया। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन आतंकवादी पास के जंगल में भाग गए। यह अटैक कठुआ से लगभग 150 किमी दूर माचेडी-किंडली-मल्हार रोड पर गश्त के दौरान हुआ।
कठुआ अटैक का पैटर्न बिल्कुल रियासी हमले जैसा
आतंकियों ने कठुआ में सेना के वाहन को बिल्कुल रियासी अटैक की तर्ज पर अंजाम दिया है। 10 जून को आतंकियों ने वैष्णो देवी धाम से लौट रहे श्रद्धालुओं की बस को निशाना बनाया था। हमले को अंजाम देने के लिए आतंकियों ने सबसे पहले बस के ड्राइवर पर गोलियां चलाई थीं। सोमवार को हुए सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले का पैटर्न भी बिल्कुल ऐसा ही है। इससे शक है कि रियासी और कठुआ अटैक को दहशतगर्दों के एक ही गुट ने अंजाम दिया है।
हमलों के पीछे पाकिस्तानी कट्टर आतंकी: NIA
पिछले रविवार को सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की यूनिट रेजिस्टेंस फ्रंट का एक पाकिस्तान स्थित ऑपरेटिव जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में तेजी के पीछे है। एनआईए ने उसकी पहचान पाकिस्तान के पंजाब के कसूर जिले के शांगमंगा गांव निवासी सैफुल्लाह साजिद जट के रूप में की है। एजेंसी ने कहा है कि सैफुल्लाह एक "कट्टर आतंकवादी" है और उसके सिर पर 10 लाख रुपए का इनाम रखा गया है।
जून-जुलाई में करीब 10 आतंकियों का हुआ सफाया
जम्मू-कश्मीर में सेना और पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में जून के आखिर में डोडा जिले के गंदोह इलाके में मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकी मारे गए थे। माना जाता है कि ये आतंकी कश्मीर घाटी में सेना और पुलिस पर हुए हालिया हमलों में शामिल थे। इसके बाद 6 और 7 जुलाई को कुलगाम में हुए दो अलग-अलग एनकाउंटर में 6 दहशतगर्दों को मार गिराया गया।
आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई अंतिम चरण में: PM
पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अपने आखिरी चरण में है और बचे हुए नेटवर्क को खत्म करने के लिए बहुआयामी रणनीति अपनाई गई है।