Justice Sanjiv Khanna : देश के 51वें सीजेआई के रूप में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना 11 नवंबर को शपथ लेंगे। संजीव खन्ना देश में चुनावी बांड योजना को खत्म करने और अनुच्छेद 370 को निरस्त करने जैसे सुप्रीम कोर्ट के कई ऐतिहासिक फैसलों का हिस्सा रहे हैं। वह सोमवार को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सुबह 10 बजे उन्हें राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। बता दें कि न्यायमूर्ति खन्ना न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ का स्थान लेने जा रहे हैं। जो रविवार को सेवानिवृत्त हुए हैं। खन्ना का कार्यकाल 13 मई, 2025 तक रहेगा।
जनवरी 2019 से SC में हैं न्यायाधीश
न्यायमूर्ति खन्ना ने जनवरी 2019 से सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं। वो कई ऐतिहासिक निर्णयों का हिस्सा रहे हैं जैसे कि ईवीएम की पवित्रता को बरकरार रखना, चुनावी बांड योजना को खत्म करना, अनुच्छेद 370 को निरस्त करना और पूर्व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देना।
न्यायमूर्ति खान्ना के चाचा भी न्यायमूर्ति थे
न्यायमूर्ति खन्ना के चाचा न्यायमूर्ति एच आर खन्ना 1976 में आपातकाल के दौरान कुख्यात एडीएम जबलपुर मामले में असहमतिपूर्ण फैसला लिखने के बाद इस्तीफा देकर सुर्खियों में आये थे। आपातकाल के दौरान मौलिक अधिकारों के हनन को बरकरार रखने वाले संविधान पीठ के बहुमत के फैसले को न्यायपालिका पर "काला धब्बा" माना गया।
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