Karnataka BJP-JDS Protest: कर्नाटक के मांड्य जिले के मांड्या जिले में भगवान हनुमान का ध्वज को हटाए जाने से तनाव पैदा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल-सेक्युलर (JDS) के कार्यकर्ताओं ने केरागोडु गांव से जिला कलेक्टर कार्यालय तक 'पदयात्रा' निकाली। प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगा दिया। जय श्रीराम के नारे लगाए। पुलिस ने प्रदर्शन को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। इस बीच, केरागोडु में तनाव की स्थिति को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है और गांव में धारा 144 लागू कर दी गई है।
रविवार को लगाया था 108 फुट ऊंचा ध्वज
दरअसल, सोमवार को केरागोडु गांव में रविवार को 108 फुट ऊंचे ध्वजस्तंभ पर बजरंबली का झंडा फहराया गया। जिसे पुलिस ने हटा दिया। पूर्व ग्राम पंचायत उपाध्यक्ष, विरुपाक्ष ने कहा कि ध्वजस्तंभ लगाने से पहले एक अनुरोध पत्र प्रशासन को लिखा गया था। जिसमें उल्लेख किया गया था कि ध्वजस्तंभ का उपयोग धार्मिक उद्देश्यों के लिए भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री को इस विवाद की हकीकत पता नहीं है। जिला स्तर के अधिकारी ने मुख्यमंत्री को गलत जानकारी दी है। विनती है कि हमें भगवा झंडा फहराने की अनुमति दी जाए।
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#WATCH | Karnataka Police detain BJP workers protesting in Bengaluru over the Mandya flag issue.
— ANI (@ANI) January 29, 2024
Mandya district administration yesterday brought down the Hanuman flag hoisted by the Gram Panchayat Board of Mandya district. https://t.co/7RhJZvEjpK pic.twitter.com/IntYMOKKAA
सिद्धारमैया बोले- भगवा झंडा फहराना सही नहीं
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि भारतीय ध्वज की जगह भगवा झंडा फहराना सही नहीं है। मुख्यमंत्री ने भाजपा पर गांव में लोगों को डरा-धमका कर राज्य सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह कोई संयोग नहीं है कि जहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना चाहिए था, वहां हनुमान ध्वज फहराया गया। जानबूझकर नियमों का उल्लंघन किया गया और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने कहा कि यह घटना भाजपा और संघ परिवार का पूर्व नियोजित कृत्य है। ऐसी स्थिति लोगों को राज्य सरकार के खिलाफ व्यवस्थित रूप से खड़ा करने के इरादे से बनाई गई है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि मांड्या में सांप्रदायिक दंगे कराने की साजिश है। सिद्धारमैया ने दावा किया कि भाजपा नेता लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसी विशेष जाति, धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं हैं। हमारा रुख संविधान समर्थक है। लोगों को भाजपा नेताओं की बातों में आकर कानूनी कार्रवाई करने की गलती नहीं करनी चाहिए। संविधान और कानून का सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है।
शिवकुमार ने भाजपा और जेडीएस पर साधा निशाना
वहीं, डिप्टी सीएम शिवकुमार ने कहा कि भाजपा और जेडीएस के लोग मांड्या में राजनीतिक पैर जमाना चाहते हैं। वे सिर्फ जनता के मन में भ्रम पैदा कर रहे हैं। इससे कुछ नहीं होगा। मांड्या के लोग बहुत सहिष्णु और धर्मनिरपेक्ष हैं। वे राज्य की शांति को अस्थिर करना चाहते थे। हम शांति चाहते हैं, आइए शांति बनाए रखें।
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#WATCH | On protest by BJP-JDS in Mandya over the removal of Lord Hanuman's flag, Karnataka Deputy CM DK Shivakumar says, "They want to establish a political foothold in Mandya. They are just creating confusion in the minds of the public. Nothing will happen. The people of Mandya… pic.twitter.com/a0kk6UEesL
— ANI (@ANI) January 29, 2024
बोम्मई ने सरकार पर लगाया तुष्टिकरण का आरोप
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त होने का आरोप लगाया। बोम्मई ने कहा कि सरकार ने पुलिस अधिकारियों के माध्यम से हनुमान ध्वज को हटा दिया। जबकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सर्व जनांगदा शांति थोटा के मंत्र का जाप करते हैं, कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है। सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है और नापाक गतिविधियों में शामिल लोगों को संरक्षण दे रही है।