Hubballi Neha Hiremath Murder Case: कांग्रेस पार्षद और 23 वर्षीय नेहा हिरेमथ के पिता निरंजन हिरेमथ ने बुधवार को आरोप लगाया कि पुरानी तस्वीरें और क्लिप एक साजिश के तहत वायरल की जा रही हैं। बेटी को बदनाम किया जा रहा है। यह सबकुछ हत्या की जांच से ध्यान भटकाना है। नेहा की बीते दिनों उनके कॉलेज परिसर में एक पीछा करने वाले लड़के ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
इस केस को लेकर राजनीतिक जुबानी जंग जारी है। भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस पर अपने 'वोट बैंक' की खातिर जानबूझकर जांच को गुमराह करने का आरोप लगाया। वहीं, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने निरंजन से फोन पर बात भरोसा दिया कि वह उनके साथ खड़े हैं।
अब तक पुलिस ने नहीं उठाया कोई कदम
नेहा के पिता हुबली-धारवाड़ नगर निगम के पार्षद हैं। निरंजन ने कहा कि आज मेरी बेटी की मृत्यु को छठा दिन है। जब हम इस दुख से उबरने की कोशिश कर रहे हैं तो कोई पुरानी तस्वीरें पोस्ट कर रहा है। सोशल मीडिया पर मेरी बेटी को बदनाम करने के लिए फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। हमने इस बारे में साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन मेरी बेटी को बेइज्जत करने की ऐसी कोशिशों को रोकने के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि यह जाहिर है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर मेरी बेटी की पुरानी तस्वीरें डालकर उसकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं मांग करता हूं कि मेरी बेटी को बदनाम करने की ऐसी कोशिशों के पीछे जो लोग हैं, उनकी पहचान की जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। मैं सरकार से बस यही चाहता हूं।
मेरी बेटी साजिश का शिकार
कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं साइबर पुलिस से मेरी बेटी की तस्वीरों के प्रसार को जल्द से जल्द रोकने का आग्रह करता हूं। मेरी बेटी की कोई गलती नहीं थी। वह एक साजिश का शिकार हुई थी। तस्वीरों और वीडियो के सबूतों के आधार पर किसी को भी मेरी बेटी के बारे में गलत राय नहीं बनानी चाहिए।
हिरेमथ ने युवाओं, खासकर लड़कियों को आगाह किया है। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी बेटी को खो दिया है, लेकिन युवाओं, खासकर सभी युवा लड़कियों से आग्रह करूंगा कि वे गलत इरादों वाले लोगों के चक्कर में न पड़ें। वे पहले तो परिवार के सदस्य की तरह दिख सकते हैं, लेकिन अंत में आपके साथ दुर्व्यवहार और दुरुपयोग करेंगे।
पुलिस न कर पाए खुलासा तो CBI को करे हैंडओवर
कांग्रेस नेता ने पहले अपनी बेटी की हत्या की सीबीआई जांच की मांग करते हुए दावा किया कि राज्य पुलिस इस मामले में चल रही जांच को भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने लापरवाही के लिए मामले के प्रभारी पुलिस आयुक्त के तबादले की भी मांग की।
निरंजन ने कहा कि मैंने आठ लोगों के नाम दिए हैं, जिनके बारे में मेरा मानना है कि वे मेरी बेटी की मौत के पीछे हैं। हालांकि, उन्होंने अभी तक उनमें से एक को भी नहीं पकड़ा है। मुझे अब हमारे पुलिस प्रशासन पर से विश्वास उठना शुरू हो गया है। वे जानबूझकर मामले की जांच को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं मांग करता हूं कि अगर हमारी पुलिस हमें न्याय नहीं दे सकती तो मामले को सीबीआई को सौंप दिया जाए। ऐसा लगता है कि मेरी बेटी की मौत की जांच का नेतृत्व कर रहे कमिश्नर भी इस मामले में अपने पैर खींच रहे हैं। वे धीमी गति से जांच आगे बढ़ने के लिए कुछ दबाव में हैं। मेरी मांग है कि मामले में स्पष्ट लापरवाही के लिए आयुक्त को स्थानांतरित किया जाना चाहिए, मामले को बिना किसी देरी के सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए।