कुवैत अग्निकांड: केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उन्हें अग्निकांड के बाद कुवैत जाने की इजाजत नहीं मिली। शुक्रवार को कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मीडिया से बात करते हुए मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें कुवैत की यात्रा करने की अनुमति नहीं मिली। मरने वाले आधे से अधिक लोग केरल के थे। जिन लोगों का इलाज चल रहा है, उनमें से अधिकांश लोग भी केरल के हैं।"
केरल सरकार ने जॉर्ज को कुवैत भेजने का फैसला लिया था
बता दें कि बीते बुधवार को कुवैत के मंगाफ इलाके में मजूदरों के रहने के लिए बने एक मकान में आग लग गई थी। इस अग्निकांड में 48 लोगों की जान चली गई, जिनमें से 45 भारतीय थे। गुरुवार को केरल सरकार ने एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक बुलाई थी, जिसमें मंत्री वीना जॉर्ज और राज्य मिशन निदेशक (एनएचएम) जीवन बाबू को कुवैत भेजने का फैसला लिया गया था। जॉर्ज को घायलों के इलाज और मृतकों के शवों को वापस लाने के लिए समन्वय करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने क्या कहा
कुवैत स्थिति भारतीय दूतावास ने बताया कि आग की घटना में 45 भारतीयों की मौत हुई और 33 अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि, गंभीर रूप से घायल लोगों की सटीक संख्या के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है। मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा, "हमने वहां से जो जानकारी जुटाई है, उसके मुताबिक कुल सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनमें से चार केरल के हैं, लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।"
अग्निकांड के मृतकों का शव लाया गया केरल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह गुरुवार को कुवैत पहुंचे और वहां अस्पतालों का दौरा किया, जहां घायलों का इलाज चल रहा है। भारतीय वायुसेना का एक विशेष विमान शुक्रवार सुबह कुवैत से 45 भारतीय पीड़ितों के शव को लेकर केरल के कोच्ची एयरपोर्ट पर लैंड हुआ।