Sandeep Ghosh suspended: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने बुधवार,28 अगस्त को डॉक्टर रेप और मर्डर केस में बड़ा एक्शन लिया। IMA ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिसिंपल डॉ संदीप घोष (Sandeep Ghosh) को निलंबित कर दिया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के इस एक्शन के बाद अब डॉ. संदीप घोष डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस नहीं कर पाएगा।
बता दें कि संदीप घोष पर कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर की हत्या (Doctor Murder Case) मामले में लापरवाही बरतने का आरोप है। डॉ संदीप घोष पर गंभीर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे हैं। ट्रेनी डॉक्टर की हत्या की जांच कर रही CBI डॉ. संदीप घोष का लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कर चुकी है।
डॉ. संदीप घोष पर भ्रष्टाचार के गैर-जमानतीय आरोप
डॉ. संदीप घाेष पर दर्ज हुए भ्रष्टाचार के मामले गैर-जमानतीय हैं। मतलब यह है कि डॉ संदीप घोष ने आरजीकर मेडिकल कॉलेज(RG Kar Medical College and Hospital) के प्रिंसिपल रहने के दौरान सरकारी संपत्ति की जमकर लूट मचाई थी। संदीप घोष (Sandeep Ghosh) के रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बावजूद भी वह उसी कॉलेज में सेवाएं देता रहा। डॉ संदीप घोष का दो बार ट्रांसफर भी किया गया लेकिन अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करते हुए संदीप घोष ने दोनों बार ट्रांसफर ऑर्डर वापस करवा दिया।
Indian Medical Association suspends the membership of Dr Sandip Ghosh from immediate Effect pic.twitter.com/61n33qDc54
— Dr.Dhruv Chauhan (@DrDhruvchauhan) August 28, 2024
पुलिस को सूचना देने में देरी करने का आरोप
बता दें कि डॉक्टर मर्डर केस में संदीप घोष (IMA)पर कोई प्रत्यक्ष आरोप नहीं है। हालांकि, यह आरोप है कि संदीप घोष ने डॉक्टर की डेड बॉडी मिलने के बाद पुलिस को सूचना देने में देरी की। बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को एक ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, मामले में संदीप घोष समेत अस्पताल के करीब चार डॉक्टरों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
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दावा: लावारिस मुर्दों का सौदागर है संदीप घोष
आरजीकर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व कर्मचारी ने डॉ. संदीप घोष को लेकर कई सनसनीखेज दावे किए हैं। अस्पताल के पूर्व कर्मचारी के मुताबिक, डॉ संदीप घोष अस्पताल के लावारिस मुर्दों का सौदा किया करता था। संदीप घोष ने अस्पताल की कई ऐसी लाशों को बेच दिया था जिसके कोई दावेदार सामने नहीं आए। नियमों के मुताबिक, अगर लाश का कोई दावेदार सामना नहीं आते हैं तो उनका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाना चाहिए। इसके साथ अस्पताल में ह्यून ऑर्गन की ट्रैफिकिंग के भी आरोप लगे हैं।
सीबीआई ने संदीप घोष के घर पर मारा था छापा
कोलकाता ट्रेनी डॉक्टर मर्डर केस की जांच कर रही सीबीआई संदीप घोष के घर पर भी छापेमारी कर चुकी है। दो दिन पहले सीबीआई के अफसरों ने संदीप घोष के घर पर दबिश दी थी। 11 घंटे तक चले रेड में जांच कर रहे अफसरों को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का पता चला है। सीबीआई अफसरों ने रेड के बाद कहा कि हमें डॉ संदीप घोष के घर से बहुत कुछ मिला है। अब तक संदीप घोष से 90 घंटे तक पूछताछ की जा चुकी है।
जानें, IMA ने अपने बयान में क्या कहा?
IMA की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि मृत ट्रेनी डॉक्टर के माता-पिता ने आप पर स्थिति से ठीक ढंग से नहीं निपटने की शिकायत की है। इसके साथ ही यह भी शिकायत की है कि आपने मामले से निपटने में असंवेदनशीलता दिखाई। IMA ने बंगाल के डॉक्टरों की ओर से लगाए जा रहे आरोपों का भी हवाला दिया। IMA ने कहा है कि डॉ घोष ने अपनी गतिविधियों से डॉक्टर के पेशे की गरिता को नुकसान पहुंचाया है। इसलिए डिसिप्लनरी एक्शन लेते हुए डॉ संदीप घोष काे सस्पेंड किया जाता है।