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Kolkata Rape-Murder Case:कोलकाता रेप-मर्डर केस में 7 आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू हो गया है। सीबीआई कर रही है सख्त जांच, डॉक्टरों का 16वें दिन भी हड़ताल जारी।

Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के रेप-मर्डर केस में सीबीआई ने 7 आरोपियों का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू कर दिया है। मुख्य आरोपी संजय रॉय का टेस्ट जेल में हो रहा है, जबकि पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और चार डॉक्टरों का सीबीआई दफ्तर में परीक्षण हो रहा है। आरोपियों को 23 अगस्त को सीलदह कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। संजय ने अदालत में कहा कि वह पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए इसलिए तैयार हुआ है ताकि वह खुद को निर्दोष साबित कर सके।

16वें दिन भी जारी डॉक्टरों की हड़ताल
घटना के बाद डॉक्टरों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज 16वें दिन भी कोलकाता के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। उन्होंने साफ किया है कि जब तक उनकी सहकर्मी को न्याय नहीं मिलता, वे पीछे नहीं हटेंगे। दूसरी तरफ, सीबीआई की टीम 9 दिनों से पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ कर रही है। अब तक 100 घंटे की पूछताछ हो चुकी है, लेकिन सीबीआई को उनके जवाबों से संतोष नहीं मिला है।

सीबीआई ने शुरू की फाइनेंशियल घोटालों की जांच
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ को तैनात किया गया है। सीआईएसएफ ने कहा कि उन्हें कोलकाता पुलिस की मदद करने का निर्देश मिला है, उनकी जगह लेने का नहीं। वहीं, कोलकाता हाई कोर्ट ने अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंप दी है। आज एसआईटी ने इस मामले से जुड़ी सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंप दिए हैं, और जांच शुरू हो गई है।

पीड़िता के परिवार का आरोप- पुलिस ने गुमराह किया
पीड़िता के परिवार ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें सीबीआई जांच पर भरोसा है। उनका आरोप है कि पुलिस ने उन्हें गुमराह किया और राज्य प्रशासन किसी को बचाने की कोशिश कर रहा है। परिवार का कहना है कि इतने गंभीर अपराध को एक व्यक्ति अकेले अंजाम नहीं दे सकता। पीड़िता के पिता ने कहा कि 14 दिन बीत चुके हैं, लेकिन सीबीआई अब तक इस मामले को सुलझा नहीं पाई है।

सीबीआई की जांच में सामने आया टूटे दरवाजे का मामला
सीबीआई ने बताया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल का दरवाजा कुछ दिनों से टूटा हुआ था, और सभी को इस बात की जानकारी थी। यही वजह थी कि घटना की रात, जब डॉक्टर वहां गईं, तो दरवाजा बंद नहीं कर पाईं। सीबीआई अब यह जांच कर रही है कि घटना बिना किसी रुकावट के कैसे हुई। क्या कोई बाहर से हॉल की निगरानी कर रहा था? और चीख-पुकार क्यों नहीं सुनाई दी?

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