Maharashtra ISIS terror module: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को महाराष्ट्र में इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के आतंकी मॉड्यूल को लेकर अहम खुलासा किया। जांच एजेंसी ने कहा कि आतंकी संगठन के अपने सदस्यों के साथ "DIY (Do It Yourself) किट्स" साझा कर रहे थे। इस किट में बताया गया था कि किस तरह से देश में ISIS का प्रचार प्रसार हो और इसकी विचारधारा को आगे बढ़ाया जा सके।
विदेश में बैठे आतंकियों से मिला लिंक
एनआईए ने भारत में आईएसआईएस आतंकी साजिश में शामिल छह व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की। इसमें आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटाने की कोशिशों के बारे में बताया गया है। आरोप-पत्र में कहा गया है कि महाराष्ट्र में आईएसआईएस आतंकी मॉड्यूल के इंटरनेशनल लिंक होने की बात भी कही गई है। ये सभी ISIS के विदेशी ऑपरेटर्स के संपर्क में थे। विदेश में बैठे आतंकियों के इशारों पर काम कर रहे थे।
कौन हैं गिरफ्तार किए गए आतंकी
गिरफ्तार आतंकियों की पहचान ताबिश नासिर सिद्दीकी, जुल्फिकार अली बड़ौदावाला, शरजील शेख, आकिफ अतीक नाचन, जुबैर नूर मोहम्मद शेख और अदनानाली सरकार के रूप में की गई है। इन सभी पर भारत की सुरक्षा और इसकी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर खतरा पैदा करने का आरोप है। आरोपियों पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या होता है DIY किट?
"DIY kit" का मतलब होता है "खुद बनाओ किट।" यह किट एक सेट होती है जिसमें किसी भी प्राेजेक्ट से जुड़े कंटेंट और गाइडलाइन्स होती है। इसकी मदद से तकनीकी कामों को बिना किसी प्रोफेशनल की मदद के बगैर पूरा किया जा सकता है। ये किट आमतौर पर किसी विशेष प्रोजेक्ट या काम को पूरा करने के लिए पूरी जानकारी मुहैया कराती है। इसमें सब कुछ स्टेप बाई स्टेप बताया जाता है। जिसे देखकर उन तकनीकी कामों को पूरा किया जा सके। आतंकी ज्यादातर बम बनाने और और ऑनलाइन गतिविधियों के लिए ऐसे किट इस्तेमाल करते हैं।
ISIS के खलीफा के लिए ली थी निष्ठा की शपथ
गिरफ्तार आतंकियों में से दो जुल्फिकार अली बड़ौदावाला और आकिफ अतीक नाचन पहले भी आतंकी गतिविधि में शामिल रहे हैं। इन पर पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल में आईईडी बम बनाने का आरोप है। जांच एजेंसी के मुताबिक इन दोनों ने आतंकी संगठन ISIS के खलीफा के लिए स्वयं के प्रति निष्ठा (बायथ) की शपथ ली थी। इन आतंकियों के पास से आतंकी संगठन की ओर से प्रकाशित किए जाने वाली 'वॉयस ऑफ हिंद' और 'वॉयस ऑफ खुरासान' पत्रिका मिली है। इसके साथ ही सीरिया में हिजरत से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है।