Mamta Banerjee Vs BJP: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के लोकसभा से निष्कासन पर मंडरा रहे विवाद पर अपनी लंबी चुप्पी तोड़ी है। ममता बनर्जी ने गुरुवार को कोलकाता में एक कार्यक्रम में कहा कि महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की योजना बनाई जा रही है। लेकिन इससे उन्हें (2024 के आम) चुनाव से पहले मदद मिलेगी। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों के इस्तेमाल को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला बोला।
तीन महीने की और केंद्र सरकार
ममता बनर्जी ने कहा कि वर्तमान में विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही केंद्रीय एजेंसियां 2024 के चुनाव के बाद बीजेपी के पीछे लग जाएंगी। उन्होंने कहा कि केंद्र में यह सरकार तीन महीने और रहेगी। इससे पहले ममता बनर्जी ने मोइत्रा को लेकर हो रहे हंगामे पर चर्चा करने से इनकार कर दिया था, जिन पर संसद में नरेंद्र मोदी सरकार पर सवाल पूछने के लिए व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेने का आरोप है। इससे पहले सार्वजनिक रूप से महुआ मोइत्रा पर चर्चा करने वाले एकमात्र वरिष्ठ तृणमूल नेता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी थे।
Kolkata | West Bengal CM Mamata Banerjee says "Their (BJP) plan is to remove Mahua Moitra (from Lok Sabha). This will help her become more popular before the elections. What she used to speak inside (Parliament), now she will speak outside..." pic.twitter.com/V10seOqprj
— ANI (@ANI) November 23, 2023
मोइत्रा को राजनीति का शिकार कहा
9 नवंबर को ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा को "राजनीति का शिकार" कहा। उन्होंने कहा कि मैंने एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के बारे में जो पढ़ा है, उन्होंने कहा है कि उसके खिलाफ जांच होनी चाहिए। अगर आपके पास महुआ मोइत्रा के खिलाफ कुछ भी नहीं है और यह जांच का विषय है, तो निष्कासन की अनुशंसा क्यों की गई है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि महुआ (मोइत्रा) अपनी लड़ाई खुद लड़ने में सक्षम हैं। वे (भाजपा) मुझे भी चार साल से प्रताड़ित कर रहे हैं...यह उनका मानक अभ्यास है। और उससे पहले तृणमूल के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ'ब्रायन ने बस इतना कहा कि एथिक्स पैनल की जांच पूरी होने के बाद पार्टी उचित निर्णय लेगी।
मोइत्रा ने कमेटी पर लगाए थे ये आरोप
सवाल के बदले रिश्वत लेने के आरोपों से घिरीं सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच इसी महीने की शुरुआत में पूरी हुई। मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी पर निजी और गंदे सवाल पूछने का आरोप लगाया था। एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेजी है। कमेटी ने सिफारिश की है कि अगले महीने शीतकालीन सत्र होने पर मोइत्रा को संसद से निष्कासित कर दिया जाए। समिति ने कहा कि उसने उसके कार्यों को "अत्यधिक आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक" पाया।