Lok Sabha election 2024: लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम को दक्षिण गोवा में जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने यहां कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और विपक्षी दल पर खतरनाक वोट बैंक की राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाया है। पीएम मोदी ने मुस्लिम समुदाय को लेकर आरोप लगाया कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी से आरक्षण छीनकर अपने 'वोट बैंक' को देना चाहती है।
#WATCH | Goa: Addressing a public rally in South Goa, PM Modi says, "Congress is involved in a dangerous game for the votebank appeasement. It wants to give a reservation based on religion... The mystery of the foreign tours of Congress' 'Shehzada' is out... He has brought an… pic.twitter.com/NEiJ4OBqGC
— ANI (@ANI) April 27, 2024
कांग्रेस संपत्तियों की 'एक्स-रे जांच' कराएगी: मोदी
- इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस लोगों की संपत्तियों और जमीनों की 'एक्स-रे जांच' कराएगी और उन्हें अपने 'पसंदीदा वोट बैंक' के बीच बांट देगी। उन्होंने कर्नाटक में इस पर काम शुरू कर दिया है। मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस आपकी संपत्तियों पर 55% ''विरासत कर" लगाने की योजना बना रही है।
- पीएम मोदी ने केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा- कांग्रेस के 'शहजादे' के विदेश दौरों का रहस्य खुल गया है। वे वहां से एक एक्स-रे मशीन लाए हैं। वे खुलेआम कहते हैं कि कांग्रेस सरकार बनते ही देश का एक्स-रे करेंगे और आपकी संपत्ति की जांच करेंगे। फिर इसे अपने वोट बैंक के बीच बांट देंगे। राहुल गांधी जाति जनगणना को 'नेशनल एक्स-रे' कहते रहे हैं।
'कांग्रेस मुसलमानों में बांटना चाहती है संपत्ति'
नरेंद्र मोदी ने कहा- आप सभी जानते हैं कि कांग्रेस का पसंदीदा वोट बैंक कौन है? कांग्रेस आपको जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी लूटेगी। इससे पहले मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा की रैली में दावा करके विवाद खड़ा कर दिया था कि कांग्रेस आम जनता से संपत्तियां छीन लेगी और इसे "घुसपैठियों" और "जिनके अधिक बच्चे हैं" उनके बीच बांट देगी। जब उनकी (कांग्रेस) सरकार सत्ता में थी, तो उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। मतलब साफ है कि यह संपत्ति किसे बांटी जाएगी? क्या आपकी मेहनत की कमाई घुसपैठियों के पास जानी चाहिए? क्या आपको यह मंजूर है?
उधर, कांग्रेस ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण में "निराशा" का सामना करने के बाद लोगों को असल मुद्दों से भटकाने के लिए झूठ और नफरत फैलाने वाले भाषण का सहारा ले रहे हैं। कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चुनाव नियमों के कथित उल्लंघन पर सत्तारूढ़ भाजपा से जवाब मांगा है।