Naveen Patnaik Health: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 77 साल के ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त की है। पीएम मोदी ने आशंका जताई कि पटनायक की बिगड़ती सेहत के पीछे कोई साजिश हो सकती है। पीएम मोदी ने वादा किया कि अगर ओडिशा में भाजपा की सरकार बनती है, तो एक कमेटी बनाकर इस मामले की जांच करवाई जाएगी। बता दें हाल ही में एक रैली में ओडिशा के सीएम का हाथ कांपते हुए नजर आया था। इस वीडियो के सामने आने के बाद पीएम मोदी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पीएम मोदी ने पटनायक की सेहत को लेकर क्या कहा?
बता दें कि 28 मई को ओडिशा के मयूरभंज जिले में एक जनसभा के दौरान मोदी ने कहा, "पिछले एक साल में नवीन बाबू की सेहत में इतनी गिरावट कैसे आई?" पीएम मोदी ने कहा कि पटनायक के करीबी लोग उनसे मिलकर इस बारे में चर्चा करते हैं और बताते हैं कि वे अब खुद से कुछ भी नहीं कर पाते। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या उनकी सेहत खराब होने के पीछे कोई साजिश है। इसके बाद से ही ओडिशा की राजनीति में सरगर्मियां बढ़ गई है। बीजेपी के साथ ही पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) में भी अंदरखाने इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गई है।
Every well wisher of Naveen Babu is worried at the sudden deterioration of his health in the last year. Is there any lobby behind this?
— Narendra Modi (@narendramodi) May 29, 2024
After our Government is formed in Odisha, a special committee will be formed to investigate this issue and bring out the complete truth. pic.twitter.com/dZFPKCizL5
क्या है सेहत खराब होने के पीछे साजिश वाली थ्योरी की वजह
नवीन पटनायक की सेहत खराब होने के पीछे साजिश वाली थ्योरी की वजह यह है कि पूर्व आईएएस अफसर और बीजू जनता दल के नेता वीके पांडियन पर आरोप है कि वे ही सरकार चला रहे हैं। 28 मई को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें पटनायक का हाथ कांपते हुए देखा गया। पांडियन ने तुरंत उनका हाथ पकड़कर छिपा दिया। इससे पांडियन पर पटनायक को कंट्रोल करने के आरोप और बढ़ गए।
It's not about age but health condition. Making Naveen Babu actively participate in an election campaign is not good. Just see how his hands are shaking; even his voice is trembling.... pic.twitter.com/20DTultSkq
— Mr Sinha (Modi's family) (@MrSinha_) May 28, 2024
बीजेपी अक्सर पांडियन को बाहरी कहती रही है
इसकी एक और वजह यह है कि पांडियन को अक्सर बीजेपी 'बाहरी' कहती रही है। तमिलनाडु में जन्मे पांडियन ने दिल्ली से पढ़ाई की और पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी के रूप में करियर शुरू किया। ओडिशा कैडर में आने के बाद से ही वे सरकार के बड़े फैसलों में शामिल रहे हैं। इस वजह से समय-समय पर पांडियन पर सरकार के कामकाज में दखल देने का आरोप लगता रहा है। इसके साथ ही अगर पटनायक के साथ कुछ हाेता है तो बीजेडी पर पांडियन का पूरा कब्जा होने का डर है।
नवीन पटनायक ने अपनी सेहत को लेकर क्या कहा?
पीएम मोदी द्वारा अपनी सेहत को लेकर चिंता जाहिर करने के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक बैठक में मेरे स्वास्थ्य पर चिंता जताई है। अगर प्रधानमंत्री मेरी तबीयत के बारे में इतने ही चिंतित थे तो मुझे फोन करके पूछ सकते थे। मैं पूरी तरह ठीक हूं। मैं पिछले एक महीने से चुनाव प्रचार में सक्रिय हूं। इसके साथ ही यह भी कहा कि बीजेपी वाले कई महीनों से मेरी सेहत को लेकर अफवाहें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
अमित शाह और हिमंता सरमा ने भी लगाए आरोप
गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एक रैली में पांडियन पर निशाना साधते हुए कहा था, "एक तमिल बाबू पर्दे के पीछे से सरकार चला रहे हैं। भाजपा सुनिश्चित करेगी कि ओडिशा का अगला मुख्यमंत्री उड़िया भाषा और संस्कृति को समझे।" इसके साथ ही असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी पांडियन पर निशाना साधा था। सरमा ने ओडिशा की एक रैली में कहा था कि, "पांडियन ने सिर्फ एक मुख्यमंत्री का नहीं, बल्कि 4.5 करोड़ ओडिशावासियों का अपमान किया है।"
वीके पांडियन संभाल चुके हैं ओडिशा के कई बड़े प्रोजेक्ट़्स
पांडियन ने ओडिशा सरकार के कई बड़े प्रोजेक्ट्स संभाले हैं, जिनमें श्री जगन्नाथ हेरिटेज कॉरिडोर और श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना शामिल हैं। उन्हें 'मो सरकार' पहल का जनक माना जाता है, जिसका उद्देश्य सरकारी ऑफिसों में लोगों की सम्मान के साथ मदद करना है। ओडिशा में इस बात को लेकर काफी चर्चा है कि पांडियन सरकार के फैसले को प्रभावित करते हैं। इस तरह की भी बातें सामने आई हैं, कि अब नवीन पटनायक किसी भी सरकारी दस्तावेज पर भी खुद साइन नहीं करते। इसकी जगह पांडियन पटनायक के डिजिटल सिग्नेचर का इस्तेमाल करते हैं।