PM Modi Rahul Gandhi: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का स्वागत करने के दौरान पीएम मोदी और राहुल गांधी सदन में एक साथ नजर आए। दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और मुस्कुराकर एक दूसरे का स्वागत किया। 18वीं लोकसभा सत्र के दूसरे दिन यह नजारा देखने को मिला। राहुल गांधी, विपक्ष के नेता के रूप में अपनी जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं। राहुल गांधी अब गांधी परिवार के तीसरे सदस्य बन गए हैं जो इस अहम पद को संभालेंगे। सोनिया गांधी 1999 से 2004 तक और राजीव गांधी 1989 से 1990 तक विपक्ष के नेता रहे थे।
सदन में कुछ यूं मिले पीएम मोदी और राहुल गांधी:
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi, LoP Rahul Gandhi and Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiju accompany Lok Sabha Speaker Om Birla to the chair. pic.twitter.com/3JfKbCH3nC
— ANI (@ANI) June 26, 2024
विपक्ष के नेता की क्या होती है भूमिका
भारत में विपक्ष के नेता का इतिहास 1969 से शुरू होता है, जब राम सुहाग सिंह ने पहली बार इस पद को संभाला था। तब से यह पद संसदीय लोकतंत्र की आधारशिला बन गया है। विपक्ष के नेता मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी), केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), और लोकायुक्त के सदस्यों जैसे प्रमुख अधिकारियों की नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रोटेम स्पीकर ने घोषित किया चुनाव परिणाम
कांग्रेस सांसद के सुरेश को विपक्ष द्वारा अपना उम्मीदवार बनाए जाने के बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने चुनाव परिणाम घोषित किए। घोषणा के बाद प्रधानमंत्री मोदी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू बिरला को अध्यक्ष की कुर्सी तक ले जाने के लिए ट्रेजरी बेंच की अगली पंक्ति में उनकी सीट के पास पहुंचे। इसके ठीक बाद राहुल गांधी भी वहां पहुंचे। राहुल गांधी को देखते हुए ओम बिरला ने उनकी ओर हाथ बढ़ाया। राहुल गांधी ने बेहद गर्मजोशी के साथ ओम बिरला के साथ हाथ मिलाया, इसके ठीक बाद राहुल गांधी ने पीएम मोदी के साथ भी हाथ मिलाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ओम बिरला को दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान की बात है कि आप दूसरी बार इस पद के लिए चुने गए हैं। मैं पूरे सदन की ओर से आपको बधाई देता हूं और अगले पांच वर्षों के लिए आपके मार्गदर्शन की आशा करता हूं। आपकी मधुर मुस्कान पूरे सदन को खुश रखती है। उन्होंने कहा कि 17वीं लोकसभा ने आपके मार्गदर्शन में कई मील के पत्थर कायम किए। हमें उम्मीद है कि अगले पांच साल भी ऐसे ही रहेंगे।