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Nishikant Dubey: लोकसभा में मंगलवार को वित्त विधेयक पर चर्चा हुई। इस दौरान झारखंड के गोड्डा से BJP के के सांसद निशिकांत दुबे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। 

Nishikant Dubey: लोकसभा में मंगलवार को वित्त विधेयक पर चर्चा हुई। इस दौरान झारखंड के गोड्डा से BJP के के सांसद निशिकांत दुबे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।  जहां ED और PMLA के एक्शन पर उठाए जा रहे सवालों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम को घेरा, वहीं जातिगत जनणना, अग्निवीर योजना और कॉर्पोरेट टैक्स से जुड़े मुद्दे पर भी विपक्ष को निशाने पर लिया। निशिकांत दूबे ने कहा कि पीएमएलए एक्ट के बारे में भी कई चर्चा सुनने को मिली। इस विधेयक में भी ED की सहूलियत के लिए कई चीजें हैं। 

30 साल बाद भी बेनामी ट्रांजेक्शन बिल के नियम नहीं बने
बीजेपी सांसद ने कहा कि 1988 में इस सदन में तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने बेनामी ट्रांजेक्शन बिल पेश किया। आज 30 साल बीत चुके हैं और इस विधेयक से जुड़े नियम नहीं बन पाए हैं। विपक्ष यह भी नहीं कह सकता कि इस दौरान वह सत्ता में नहीं था। इस दौरान आपकी सरकार रही लेकिन आज हमसे ही सवाल किया जा रहा है कि कौन कहां गया और किसे कहां पकड़ा गया। ऐसे में विपक्ष बताए कि आप किसका साथ दे रहा था। 

मैंने उस समय भी चिदंबरम साहब को आगाह किया था
निशिकांत दुबे ने कहा कि दिसंबर 2012 में सदन में बेनामी ट्रांजेक्शन एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक पेश किया। उस समय मेरा सीट नंबर 545 हुआ करता था। मैं आखिरी बेंच पर बैठा करता था। जब मैं सदन में बीजेपी की ओर से बात रखने के लिए खड़ा हुआ, तो दूसरी तरफ से चिदंबरम साहब थे। मैनें उनसे कहा था कि की आपकी ओर लाया जा रहा यह कानून आगे चलकर गड़बड़ी पैदा करेगा। इसकी वजह से पति-पत्नी में विवाद होगा। कहींं, ऐसा ना हो कि छोटी सी बात पर भी पीएमएलए लग जाए। 
निशिकांत दुबे ने कहा कि उस समय चिदंबरम ने कहा था कि बीजेपी पढ़े-लिखे लोगों की पार्टी है। इसके बावजूद एक मूर्ख को बोलने के लिए खड़ा कर दिया गया है। ऐसे शख्स को इस मुद्दे पर बोलने के लिए कहा गए है जिसे पीएमएलए के बारे में भी कुछ भी नहीं पता। 

नेशनल हेराल्ड केस का जिक्र कर राहुल पर साधा निशाना
दुबे ने संसद में नेशनल हेराल्ड केस का जिक्र करते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा। बीजेपी सांसद ने नेता प्रतिपक्ष से मुखातिब होते हुए कहा- राहुल गांधीजी, जब आप महज 90 करोड़ में 750 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीद लेंगे, तो क्या चिदंबरम साहब के बनाए कानून के मुताबिक जेल नहीं जाओगे। इस कानून को बनाया आपकी सरकार ने है। हमारी सरकार तो बस इसे लागू कर रही है। 

'देश में कभी डालमिया, बिरला और टाटा की स्कीम भी थी'
फाइनेंस बिल पर अपनी बात रखते हुए निशिकांत दुबे ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। दुबे ने कहा कि बहुत दिनों से हम ए वन, ए टू जैसी बातें सुन रहे हैं। हम पर आरोप लगाया जाता है कि हम दो कॉर्पोरेट की मदद करते हैं। देश में किसी समय डीबीटी यानी कि डालमिया, बिरला और टाटा की स्कीम हुआ करती थी। ये लोग चुनाव में भी चंदा लेते हैं, शादियों में शिरकत करते हैं, खाते हैं और गाली भी देते हैं। ऐसा निकृष्ट विपक्ष मैंने नहीं देखा।

दुबे ने पूछा- क्या प्रियंका गांधी ने शादी में शिरकत नहीं किया था
निशिकांत दुबे ने कहा कि जिनको मौजूदा समय में डबल ए कहा जा रहा है कि क्या आप चाहते हैं कि वह कंपनियां बंद हो जए। विपक्ष में कौन ऐसा नहीं है जो शादी में नहीं गया। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने क्या शादी में शिरकत नहीं किया था। आज पूरी दुनिया में ऐसी नीतियों की स्थिति पर गौर करें जिनसे कांग्रेस प्रभावित रही है। दुनिया भर में दुकानें बंद होती जा रही हैं। बेरोजगारी की स्थिति भयंकर हो गई है, महंगाई दर भी बढ़ा हुआ है। ऐसी परिस्थितियों में आपको प्रधानमंत्री और फाइनेंस मिनिस्टर की नीतियां किसी उम्मीद की किरण की तरह नजर आएंगी।  उन्होंने कहा कि भाजपा धर्म में विश्वास करती है और धार्मिक नीतियों के आधार पर काम करती है।

कॉरपोरेट टैक्स पर कटौती को बताया जरूरी
निशिकांत दुबे ने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम उठाना जरूरी था, क्योंकि भारत की प्रतिस्पर्धा सिंगापुर, यूएई जैसे देशों से है जहां टैक्स दरें कम हैं। उन्होंने कहा कि जब कंपनियां आएंगी तो हमारे युवाओं को रोजगार मिलेगा। दुबे ने राहुल गांधी पर शिव के संदर्भ में गलत बयानबाजी करने और अराजकता फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अनुराग ठाकुर की जाति पर टिप्पणी गलत थी और इसके लिए उन्होंने माफी भी मांगी। 

ओबीसी आरक्षण पर कांग्रेस को घेरा
निशिकांत दुबे ने ओबीसी आरक्षण पर कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि 1952 से 1990 तक कांग्रेस ने अपने हर घोषणापत्र में ओबीसी आरक्षण का विरोध किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में एक भी ओबीसी मुख्यमंत्री नहीं बनाया। दुबे ने कहा कि जब ओबीसी प्रधानमंत्री ओबीसी सुरक्षा की बात करते हैं, तो कांग्रेस इसे केवल शब्दों तक सीमित रखती है। उन्होंने राहुल गांधी को चुनौती दी कि वे कर्नाटक में ओबीसी आरक्षण लागू करें। 

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