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ओडिशा के क्योंझर जिले से एक मार्मिक वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। यहां की एक 65 साल की महिला को अपना पेंशन लेने के लिए रेंगकर सरकारी अधिकारी के पास आना पड़ता है।

ओड़िशा के केऊंझर में सरकारी सिस्टम के फेर में फंसी महिला का एक वीडियो सामने आया है, जिसको देखकर हर इंसान सरकारी अधिकारियों को कोस रहा है। यहां एक 80 वर्षीय बुजुर्ग और दिव्यांग महिला को पेंशन नहीं आई तो उसको अधिकारियों ने दफ्तर पर बुलाया। इस पर विकलांग बुजुर्ग महिला अपनी वृद्धावस्था पेंशन लेने के लिए पंचायत कार्यालय तक कच्ची सड़क से कुछ रेंगकर तो कुछ सरक कर 2 किलोमीटर का सफर तय किया।

किसी ने नहीं की महिला की मदद
अपनी आजीविका के लिए पेंशन के पैसे पर निर्भर रहने वाली बुजुर्ग महिला ने यह कठोर कदम इसीलिए उठाया क्योंकि उसकी मदद करने वाला कोई नहीं था। बुढ़ापे की वजह से ठीक से चल पाने में असमर्थ इस बुजुर्ग महिला को घुटनों के बल रेंगकर पंचायत कार्यालय तक जाना पड़ा। लेकिन पंचायत कार्यालय में पहुंचने पर उसकी मदद किसी ने नहीं की महिला को सिर्फ आश्वासन मिला। जबकि महिला को उम्मीद थी कि अधिकारी उनकी मदद करेंगे। 

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2 किमी रेंगकर पेंशन लेने पहुंची बुजुर्ग महिला
दर्दनाक घटना केऊंझर जिले के तेलकोई ब्लॉक अंतर्गत रायसुआं पंचायत की बताई जा रही है। महिला की दुर्दशा सरकारी अधिकारियों के लापरवाह रवैये के कारण देखने को मिली है। बुजुर्ग महिला का कहना है कि,"पीईओ ने मुझे पेंशन के लिए अपने कार्यालय आने के लिए कहा था। इसलिए कोई अन्य विकल्प न होने पर मुझे पंचायत कार्यालय 2 किमी. तक रेंगकर जाना पड़ा। मैं इस रास्ते में बहुत परेशान हुई। लेकिन मेरी मदद करने वाला कोई नहीं है।" यह मामला 21 सितंबर का बताया जा रहा है। हालांकि इसका वीडियो आज यानी मदद किसी ने नहीं की। घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। 

सरपंच ने सिर्फ भरोसा दिया 
दिव्यांग और बुजुर्ग महिला का रेंगते हुए पंचायत कार्यालय जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो के वायरल होने के बाद लोग सरकारी मुलाजिमों पर भड़क गए और बोलने लगे कि इन कर्मचारियों को जरा भी शर्म नहीं आती। अगर किसी असहाय महिला के पास कोई उसका अपना मदद करने वाला नहीं है तो क्या इनकी मानवता मर चुकी है। जब मामला रायसुआं के सरपंच बागन चंपिया के सामने आया तो उन्होंने कहा कि, "इस घटना की जानकारी हमें सोशल मीडिया से मिली हैं, आगे से उनका वृद्धावस्था पेंशन पीईओ के जरिए उनके घर पहुंचा दिया जाएगा और 3 महीने का राशन भी उनके घर पहुंचा दिया जाएगा।"

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