Pankaj Udhas Last rites: मशहूर गजल गायक पंकज उधास का सोमवार को 72 साल की उम्र में मुंबई के बीच क्रैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से पैनक्रियाज कैंसर से जूझ रहे थे। पंकज उधास का अंतिम संस्कार 27 फरवरी को दोपहर 3 बजे से शाम के 5 बजे के बीच मुंबई के वर्ली इलाके स्थित हिंदू क्रिमेटोरियम में किया जाएगा। पंकज उधास की बेटी नायाब उधास ने सोमवार शाम एक इंस्टा पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी।
बेटी नायाब ने दी थी निधन की जानकारी
इससे पहले सोमवार की सुबह नायाब ने अपने पिता के निधन की जानकारी दी। इसके बाद देश भर में शोक की लहर दौड़ गई। गायक के प्रशंसकों, राजनेताओं और बॉलीवुड हस्तियों ने पंकज उधास के निधन पर श्रद्धांजलि दी। नायाब ने इंस्टा पोस्ट में लिखा कि भारी दिल और बहुत ही गम के साथ आप सभी लोगों को यह सूचना देना पड़ रहा है कि एक लंबी बीमारी की वजह से पद्मश्री पंकज उधास का निधन हो गया है।
पंकज उधास ने 300 से ज्यादा गीत गाए
पंकज उधास ने अपने करियर में 300 से ज्यादा गीत गाए थे। हालांकि, पहचान उन्हें नाम फिल्म के गीत 'चिट्ठी आई है' से मिली थी। इस गीत की सफलता के बाद पंकज उधास ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। फिल्मी गीतों के साथ ही पंकज उधास ने विदेशी में भी अपने शोज के माध्यम से अपनी आवाज का जलवा बिखेरा।पंकज उधास की गायकी का सफर 6 साल की उम्र में ही शुरू हो गया था। एक बार उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया था कि स्कूल में प्रार्थना के बाद उन्हें काफी सराहना मिली। इससे प्रेरित होकर उन्होंने आगे भी गाना गाते रहने का फैसला किया।
साल 1989 में आया था पहला एल्बम
साल 1980 में पंकज उधास का पहला एल्बम आहट आया था। यह गजलों का एल्बम था। पंकज उधास काफी साधारण जीवन जीने में यकीन रखा करते थे। साल 1980 में पंकज उधास का पहला एल्बम आहट आया था। यह गजलों का एल्बम था। पंकज उधास काफी साधारण जीवन जीने में यकीन रखा करते थे। इसके बाद उन्होंने कई सुपरहिट म्यूजिक अल्बम्स में काम किए। साजन फिल्म का गाना जिएं तो जिएं कैसे बिन आपके या फिर नाम फिल्म का गीत चिट्ठी आई है, चांदी जैसा रंग है तैरा, सोने जैसे बाल, जैसे अनगिनत गीतों से उन्होंने लोगों के दिलों में अपनी एक खास जगह बनाई थी।