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Pariksha Pe Charcha 7th Episode: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनिशिएटिव परीक्षा पे चर्चा 2025 के 7वें एपिसोड का सोमवार (17 फरवरी) को टेलीकास्ट किया गया। एपिसोड मैरीकॉम, अवनी लेखरा और सुहास एल. यतिराज ने बच्‍चों को टिप्‍स दिए।

Pariksha Pe Charcha 7th Episode: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनिशिएटिव परीक्षा पे चर्चा 2025 का सोमवार (17 फरवरी) को 7वां एपिसोड प्रसारित हुआ। एपिसोड में छह टाइम वर्ल्ड चैम्पियन रहीं मैरीकॉम, अवनी लेखरा और सुहास एल. यतिराज ने बच्‍चों को कई टिप्‍स दिए। खेल जगत से जुडे़ तीनों चैम्पियन्स ने परीक्षा के तनाव और जीवन की कहानी से जुड़े किस्से साझा किए। चैम्पियन्स ने कहा कि कामयाबी का कोई शॉर्टकट नहीं होता। फेल्‍योर सक्‍सेस का सबसे बड़ा पार्ट है। हमेशा खुश रहें, पर संतुष्‍ट कभी न हों। मुकाबला हमेशा खुद से करें और अपना बेस्‍ट दें। 

मन आपका सबसे बड़ा मित्र और शत्रु
सुहास ने बच्चों से बात करते हुए कहा कि आपका मन आपका सबसे बड़ा मित्र और आपका सबसे बड़ा शत्रु है। सुहास ने कहा कि जब आप कोई भी परीक्षा देने जाते हैं तो नर्वस होते ही हैं। परीक्षा जीवन की हो, स्पोर्ट्स की हो या बोर्ड एग्जाम की। नर्वस नहीं होना है। हार का डर आप बाहर छोड़ेंगे तभी नेचुरल गेम खेल पाएंगे। 

सूरज की तरह चमकने के लिए जलना होगा
आप ये मत सोचो की सामने कौन है। उससे आपको कुछ नहीं मिलेगा। आप अपना बेस्ट दो। सुहास ने कहा कि अगर अच्छी चीज पानी हो तो वो आसानी से नहीं मिलेगी। जर्नी चलती रहनी चाहिए, इसमें फैशन और फोकस रहना होगा। आपको सूरज की तरह चमकने के लिए सूरज की तरह जलना होगा।

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अपना स्वयं का सहारा बनें 
मैरी कॉम ने कहा कि शुरू में खेलना बहुत मुश्किल था, क्योंकि बॉक्सिंग लड़कियों का खेल नहीं है। ये मेरे लिए चुनौतिपूर्ण रहा। मैरी कॉम ने कहा कि मैं बस देश की सभी लड़कियों और महिलाओं के सामने खुद को साबित करना चाहती हूं और इस तरह मैंने कई बार वर्ल्ड चैम्पियन बनकर देश का नाम रौशन किया। मैरी कॉम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किताब से कोट का जिक्र करते हुए कहा कि कि बुक में लिखा है अपना स्वयं का सहारा बनें।

अवनी लेखरा ने क्या कहा...
अवनी लेखरा ने कहा कि कई बार मुझे ऐसा लगा कि शूटिंग छोड़ देनी चाहिए। मुझसे नहीं हो पाएगा। जब हमें किसी चीज की जानकारी नहीं होती तो डर लगता है। इसके बाद मैंने शूटिंग को लेकर जानकारी जुटाई और इस खेल में अच्छा किया। अवनी ने छात्रों को विफलता से न घबराने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि विफलता के बिना सफलता नहीं मिलती है। साथ ही दूसरों से खुद की तुलना किए बिना अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर फोकस करें। 

खेल हो या पढ़ाई, खुद को ब्रेक देना जरूरी 
फोकस कैसे रखा जाए? इस सवाल पर अवनी ने कहा कि इसके लिए निरंतरता बहुत जरूरी है। ब्रीथिंग एक्सरसाइज रोज करने से आपको फायदा मिलेगा। खेल और पढ़ाई में संतुलन के अलावा आपको भरपूर नींद लेनी होगी। पढ़ाई पर फोकस करते हुए आप वॉक पर जा सकते हैं, जहां अपने पाठ्यक्रम का रिवीजन कर सकते हैं। खेल हो या पढ़ाई, खुद को ब्रेक देते रहना जरूरी है। डिस्ट्रैक्शन से जितना हो सके दूर रहें। ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। यह शांत रहने में मदद करेगा।  

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