PM Modi Speech In Lok Sabha: प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को लोकसभा में कहा कि बीते पांच साल में हमने देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म करने का काम किया। यह बहुत ही दुर्लभ होता है कि रिफॉर्म और परफॉर्म एक साथ हो। हमने यह बदलाव होते अपनी आंखों के सामने देखा। देशमुझे पक्का विश्वास है कि देश 17वीं लोकसभा को जरूर आशीर्वाद देता रहेगा। इन सारी प्रक्रियाओं में सदन के सभी सदस्यों की भूमिका अहम रही है। मैं सदन के सभी सदस्यों का इसके प्रति अभार प्रकट करता हूं।
राम मंदिर पर क्या बाेले पीएम मोदी
चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, हम भावी पीढ़ियों के लाभ के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। राम मंदिर का निर्माण आने वाली पीढ़ियों को हमारे देश के मूल्यों पर गर्व करने का अवसर प्रदान करता है। कुछ लोग हिम्मत करके इस मामले पर बोलते हैं तो कुछ लोग बात करने से बचते हैं. आज की चर्चाएं करुणा, सहानुभूति और दृढ़ संकल्प को दर्शाती हैं। हमारे सामने आने वाली कठिनाइयों के बावजूद, हमारा संकल्प बेहतर भविष्य के लिए योगदान देना है। दृढ़ संकल्प और ताकत के साथ मिलकर काम करके, हमारा लक्ष्य आने वाली पीढ़ियों के लिए सकारात्मक परिणाम प्राप्त करना है।
ट्रांसजेंडर्स काे मान्यता दी
पीएम मोदी ने कहा कि सांसदों ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को मान्यता और अधिकार प्रदान करने सहित विभिन्न क्षेत्रों में अहम योगदान दिया है। नए कानून में उनके सामने आने वाली चुनौतियों को समझने और उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए कदम उठाए गए हैं। सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि ट्रांसजेंडरों को आइडेंटिटी और पद्म पुरस्कार मिले, जिससे उन्हें पहचान मिले और समाज में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
मैटर्निटी लीव पर लिया अहम फैसला
पीएम मोदी ने कहा कि मैटर्निटी लीव से संबंधित नीतियों में अहम प्रगति हुई है। गर्भावस्था के दौरान 26 सप्ताह की छुट्टी देने के निर्णय के कारण दुनिया भर में हमारी तारीफ हुई है। इस प्रगतिशील कदम ने अमीर देशों को भी आश्चर्यचकित कर दिया है। हाशिए पर मौजूद लोगों और वर्गों की जरूरतों को पूरा करने और प्रभावशाली निर्णय लेने के सरकार के प्रयासों को विश्व स्तर पर मान्यता मिल रही है। यह देश में सकारात्मक बदलाव को दिखाता है।
कंपनी एक्ट में बदलाव किया
हमने व्यवसाय करना आसान बनाने के लिए कंपनी एक्ट और सीमित देयता भागीदारी अधिनियम सहित 60 से अधिक अनावश्यक कानूनों से छुटकारा पा लिया। कुछ कानून बहुत सख्त थे, जैसे छोटी-छोटी बातों के लिए लोगों को जेल में डाल देना, जैसे किसी कंपनी के बाथरूम को छह महीने के भीतर सफेद न करना। संसद के निचले सदन लोकसभा ने नागरिकों पर अधिक भरोसा करने की पहल की। पब्लिक ट्रस्ट एक्ट ने 180 से अधिक प्रावधानों से डीक्रिमनलाइज करने में भूमिका निभाई।
सांसदों ने देश की अर्थव्यवस्था सुधारने में मदद की
पीएम मोदी ने कहा कि सभी सांसदों ने देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बदलाव करने में मदद की। हाल के वर्षों में, लोगों को बहुत सारे नियमों और कागजी कार्रवाई से जूझना पड़ा है, जिससे समस्याएं पैदा हुई हैं। इन जटिलताओं को कम करने और सभी के लिए जीवन को आसान बनाने के प्रयास किए गए हैं। सरकार को हमारे दैनिक जीवन के हर पहलू में शामिल नहीं होना चाहिए। सरकार का हस्तक्षेप जितना कम होगा, सभी का जीवन उतना ही बेहतर होगा।
25 सालों में देश विकसित बनेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश अगले 25 साल में इच्छित परिणाम हासिल करेगा। देश ने यह ठान लिया है कि 25 साल देश को आगे बढ़ाना है। कौन नहीं चाहेगा कि देश विकसित हो। कुछ लोगों ने तो इसका संकल्प ले लिया है। हो सकता है कि कुछ लोग इस संकल्प में पीछे रह गए हों लेकिन जब ऐसा हुआ तो इसका फल सभी लोगों को मिलेगा।
#WATCH | PM Modi says, "The next 25 years is very important for our country. Political activities have their place but the aspirations, expectations, dreams and resolve of the country is that these 25 years are something in which country will achieve the desired results." pic.twitter.com/ERFsDC3BzR
— ANI (@ANI) February 10, 2024
मुस्लिम महिलाओ को तीन तलाक से मुक्ति मिली
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि न जाने कितने उतार चढ़ाव देखने को मिले। मुस्लिम बहनें तीन तलाक खत्म होने का इंतजार कर रही थीं। इसे पूरा करने का काम 17वीं लोकसभा ने ही किया। इससे देश की महिलाओं को सम्मान मिला। चाहे हमारे सभी सांसदों के विचार कुछ भी रहे हों लेकिन वह यह जरूर कहेंगे कि मुस्लिम महिलाओं के साथ न्याय करने के मौके पर हम मौजूद रहे। आज मुस्लिम बहनें हमें आशीर्वा दे रही हैं।
मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति इसी सदन ने दिया
कितने उतार-चढ़ाव से मुस्लिम बहनें इंतजार कर रही थीं तीन तलाक का। इससे मुक्ति और नारी सम्मान का कार्य 17वीं लोकसभा ने किया। सभी सांसदों के विचार कुछ भी रहे हों, लेकिन ये कहेंगे कि न्याय करने के मौके पर हम मौजूद थे। वो बहनें हमें आशीर्वाद दे रही हैं।
स्पीकर ओम बिड़ला की तारीफ की
मैं सभी सदस्यों का इस सदन के नेता और उनके साथी के तौर पर अभिनंदन करता हूं। एक सूझबूझ के साथ सदन को चलाने के लिए मैं स्पीकर का आभार प्रकट करता हूं। पीएम मोदी बोलें- 17वीं लोकसभा के माध्यम से आज देश अनुभव कर रहा है और मुझे भरोसा है कि देश 17वीं लोकसभा को जरूरत आशीर्वाद देता रहेगा। अध्यक्ष जी, कभी-कभी सुमित्रा जी हास्य करती थीं, लेकिन आपका चेहरा हमेशा मुस्कराता हुआ रहता है।
#WATCH | In Lok Sabha, PM Narendra Modi says, "These five years were about reform, perform and transform in the country. It is very rare that both reform and perform take place and we can see transformation right in front of our eyes...The country is experiencing this through the… pic.twitter.com/aWCVUSYl7i
— ANI (@ANI) February 10, 2024
5 साल में इस सदी का सबसे बड़ा संकट
पीएम मोदी ने कहा कि 5 साल में इस सदी का सबसे बड़ा संकट पूरी मानव जाति ने झेला है। कौन बचेगा, कौन बच पाएगा, कोई किसी को बचा सकता है कि नहीं, वो ऐसी अवस्था थी। ऐसे में सदन में आना भी संकट काल था। जो भी व्यवस्थाएं करनी पड़ीं, आपने उसको किया। देश के काम को रुकने नहीं दिया। सदन की गरिमा भी बनी रहे और देश के आवश्यक कामों को जो गति देनी चाहिए, वो गति भी बनी रहे, सदन की भूमिका भी कम ना हो। इसको आपने बड़ी कुशलता के साथ संभाला।
#WATCH | PM Narendra Modi speaks to Lok Sabha Speaker Om Birla and tells him, "...You were ever-smiling. Your smile never faded. You guided this House in a balanced and impartial manner in several instances, for this, I appreciate you. There were moments of anger, allegations but… pic.twitter.com/sWGhdgbzLM
— ANI (@ANI) February 10, 2024
सांसद निधि छोड़ने के प्रस्ताव सभी सांसदों ने माना
पीएम मोदी ने सांसदों का भी धन्यवाद करते हुए कहा कि देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने के प्रस्ताव को एक पल गंवाए बिना सभी सांसदों ने माना। इतना ही नहीं एक देशवासियों को सकारात्मक संदेश देने के लिए अपने आचरण से समाज को एक विश्वास देने के लिए सांसदों ने अपनी सैलरी में 30 फीसदी की कटौती का निर्णय खुद किया। देश को भी विश्वास हुआ कि ये सबसे पहले छोड़ने वाले लोग हैं। हम सांसद मीडिया में कभी ना कभी गाली खाते थे। इतनी सैलरी मिलती है, कैंटीन में इतने कम में खाते हैं। समान रेट होंगे कैंटीन में, इसका किसी सांसद ने विरोध नहीं किया।