Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र के 12 वें दिन बुधवार(11 दिसंबर) को भी जोरदार हंगामा हुआ। राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पक्ष विपक्ष आमने-सामने हो गए। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और जेपी नड्डा समेत सत्ता पक्ष के कई सांसदों ने इस पर आपत्ति जताई। जहां विपक्ष ने सभापति पर पक्षपात का आरोप लगाया, वहीं सरकार ने इसे सदन की गरिमा के खिलाफ बताया। भारी हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई।
राहुल गांधी ने राजनाथ सिंह को भेंट किया फूल
विपक्षी सांसद तिरंगा और फूल लेकर एनडीए सांसदों से मिलने पहुंचे। इमरान प्रतापगढ़ी समेत कांग्रेस और टीएमसी के सांसदों ने सत्ता पक्ष के सांसदों को तिरंगा और फूल देकर विरोध जताया। राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को फूल और तिरंगा दिया। कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि हम महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए सत्ता पक्ष को फूल और तिरंगा देकर यह अनुरोध कर रहे हैं कि देश को अडाणी के हाथों मत बेचो।
हम गॉंधी के रास्ते पर संसद में सत्तापक्ष के सांसदों को तिरंगा और गुलाब देकर ये अपील कर रहे हैं कि अडानी के हाथों देश को मत बिकने दो। pic.twitter.com/oqSCbypVuH
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) December 11, 2024
सरकार ने विपक्ष के आरोपों का किया खंडन
राज्यसभा में विपक्षी दलों ने सभापति धनखड़ के खिलाफ मंगलवार(11 दिसंबर) काे अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके और आप समेत 60 सांसदों ने इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। विपक्ष का आरोप है कि धनखड़ सदन को निष्पक्ष तरीके से नहीं चलाते। वे सत्ता पक्ष को खुलकर बोलने का मौका देते हैं, लेकिन विपक्ष की आवाज दबाई जाती है। वहीं, सरकार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए विपक्ष पर सदन की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाया।
रिजिजू बोले- विपक्ष सभापति का अनादर करता है
अविश्वास प्रस्ताव के जवाब में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन के सभापति का अनादर करता है। रिजिजू ने यह भी दावा किया कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है और उनकी राजनीति केवल हंगामे पर आधारित है। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के दूसरे नेता चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन राहुल इसमें बाधा डालते हैं।
सोरोस और सोनिया गांधी के बीच क्या संबंध है?: नड्डा
राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि बीते दो दिनों से हमारे लोग इस बात को उठा रहे हैं कि सोरोस और कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठतम नेतृत्व के बीच क्या संबंध है। सोरोस का और सोनिया गांधी के बीच क्या संबंध है? यह देश की आतंरिक और बाह़य सुरक्षा का सवाल है। यह देश की संप्रभुता पर भी प्रश्नवाचक चिन्ह है। देश की सबसे मुख्य विपक्षी पार्टी और जॉर्ज सोरोस के बीच क्या संबंध है इस पर चर्चा होनी चाहिए।
#WATCH | Speaking in Rajya Sabha, Union Minister JP Nadda said, "Our members (MPs) have been raising the issue of the connection between Sonia Gandhi and Soros. This is a question about the sovereignty of the country….Bringing a no-confidence motion against the Chair is a design… pic.twitter.com/2QXakXCXMq
— ANI (@ANI) December 11, 2024
कांग्रेस सोरोस मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही
जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने सोरोस मुद्दे से घ्यान भटकाने के लिए एक कुत्सित प्रयास किया और सभापति पर आक्षेप लगाकर अविश्वास प्रस्ताव लाया। यह देश की संप्रुभता और आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के खतरे से जुड़े मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश है। चेयर पर जिस तरह का आरोप कांग्रेस पार्टी ने लगाया है इसकी भर्त्सना की जानी चाहिए। इन्होंने चाहे सदन के बाहर हो या सदन के भीतर कभी भी चेयर का आदर नहीं किया है। इसे देश कभी भी माफ नहीं करेगा।
सोरोस फंडिंग पर सत्ता पक्ष ने कांग्रेस से मांगा जवाब
भाजपा ने विपक्ष पर जॉर्ज सोरोस के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया। उनका दावा है कि कांग्रेस सोरोस जैसे विदेशी उद्योगपतियों से फंड लेकर देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि विपक्ष देश के उद्योगपतियों के बजाय विदेशी एजेंडों का समर्थन करता है। कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार सिर्फ अडाणी मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
प्रियंका गांधी ने सरकार पर लगाए आरोप
प्रियंका गांधी ने संसद परिसर में प्रदर्शन करते हुए सरकार पर सदन की कार्यवाही रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार बहस से बचने के लिए बार-बार सदन स्थगित करा रही है। प्रियंका ने यह भी कहा कि सरकार लोकतंत्र और विपक्ष की आवाज दबाने में जुटी हुई है।
अडाणी-मोदी के मुखौटे पहनकर प्रदर्शन
राहुल गांधी ने सोमवार को संसद में एक अलग अंदाज में विरोध जताया। राहुल गांधी ने मोदी और अडानी के मुखौटे पहनकर आए विपक्षी सांसदों के साथ सवाल जवाब किए। राहुल ने पीएम मोदी और गौतम अडानी की कथित साझेदारी पर तंज कसा। भाजपा ने इस प्रदर्शन को अपरिपक्व बताते हुए राहुल पर प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।