PM Modi Odisha Kandhamal Rally: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार, 11 मई को ओडिशा के कंधमाल पहुंचे। यहां रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के सीनियर नेता मणिशंकर अय्यर के वायरल पुराने इंटरव्यू पर पलटवार किया।
पीएम ने कहा कि बार-बार कांग्रेस अपने ही देश को डराने की कोशिश करती है। वे कहते हैं संभल के चलो पाकिस्तान के पास एटम बम है। ये मरे पड़े लोग, देश के मन को भी मार रहे हैं। कांग्रेस का ऐसा ही रवैया है। वे पाकिस्तान के बम के बारे में बात करते हैं, लेकिन पाकिस्तान की हालत ऐसी है कि उन्हें नहीं पता कि इसे कैसे रखा जाए और वे अपने बम बेचने के लिए खरीदार की तलाश में निकले हैं। लेकिन कोई भी उन्हें खरीदना नहीं चाहता है क्योंकि लोग उसकी क्वालिटी के बारे में जानते हैं। माल भी नहीं बिक रहा है।
#WATCH | While addressing a public meeting in Odisha's Kandhamal, PM Narendra Modi says, "Time and again Congress try to scare its own country. They say 'sambhal ke chalo Pakistan ke pass atom bomb hai. Ye mare pade log, desh ke man ko bhi maar rahe hain'. They talk about… pic.twitter.com/DmbBWnZpfX
— ANI (@ANI) May 11, 2024
पीएम मोदी पोखरण परमाणु परीक्षण को किया याद
पीएम मोदी ने पोखरण परीक्षण को याद किया। उन्होंने कहा कि 26 साल पहले आज ही के दिन अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने पोखरण परमाणु परीक्षण किया था। हमने दिखा दिया था कि देशभक्ति से ओत प्रोत सरकार देशहित के लिए, देश की सुरक्षा के लिए, देश के लोगों की आशा और अपेक्षा के लिए कैसे काम करती है। देश ने दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराया था।
कमजोर रवैये के कारण देश ने आतंकी हमले भुगते
पीएम मोदी ने मणिशंकर अय्यर के बहाने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि इनके कमजोर रवैये के कारण जम्मू-कश्मीर के लोगों ने 60 साल तक आतंक भुगता है। देश ने भी कितने आतंकी हमले झेले हैं। ये लोग आतंकियों को जवाब देने के बजाय उनके साथ बैठकें करते थे। 26/11 के मुंबई हमलों के बाद इनकी हिम्मत नहीं हुई कि आतंक के आकाओं पर कार्रवाई करें। करें भी क्यों? कांग्रेस और इंडी गठबंधन को लगता था कि अगर हमने कार्रवाई की तो हमारा वोटबैंक नाराज हो जाएगा।
पीएम मोदी ने उठाया जगन्नाथ मंदिर के भंडार घर का मुद्दा
पीएम मोदी ने दावा किया भाजपा विकास भी और विरासत भी के मंत्र के साथ देश को आगे बढ़ा रही है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ। हमें तो एक तरफ भगवान जगन्नाथ और दूसरी तरफ रामलला से आशीर्वाद मिल रहा है। उन्होंने कहा कि 7 दशक पहले श्रीजगन्नाथ मंदिर के प्रबंधन के लिए नियम बनाए गए थे। इनमें से एक नियम था कि मंदिर के सोना-चांदी, कीमती पत्थर और सारी चल अचल संपत्ति का रिकॉर्ड मेंटेन किया जाएगा। इसके बाद श्री रत्न भंडार में रखे कीमती सामानों की सूची तैयार की गई थी।
पीएम मोदी ने कहा कि भंडार का आखिरी बार मूल्यांकन करीब 45 साल पहले किया गया था। लेकिन भंडार गृह की चाबियां पिछले 6 साल से लापता हैं। क्या आपको ये जानने का हक नहीं है कि चाबियां कहां गईं। राज्य सरकार का दावा है कि डुप्लीकेट चाबियां मिली हैं। लेकिन ये बनी कैसै, किसने बनवाईं, इसका इस्तेमाल हुआ या नहीं। किसी को नहीं पता। इस मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक आयोग ने बनाया था। लेकिन वो रिपोर्ट आज तक ओडिशा सरकार ने सार्वजनिक नहीं की है।
भाजपा यह विषय उठा रही है। आखिर क्यों बीजेडी सरकार इसे विषय से भाग रही है। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है। आखिर राज्य सरकार किसे बचाने की कोशिश कर रही है।