PM Modi snorkeling: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपने लक्षद्वीप दौरे की तस्वीरें पोस्ट की। इन तस्वीरों में पीएम मोदी स्नोर्कलिंग करते और बीच किनारे समुद्री लहरों का नजारा देखते नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने स्नॉर्कलिंग को एक रोमांचक अनुभव बताया।
एडवेंचर के शौकीनों को आना चाहिए लक्षद्वीप
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा की जो लोग एडवेंचर का आनंद उठाने के शौकीन हैं उन्हें लक्षद्वीप को अपनी लिस्ट में शामिल करना चाहिए। मैंने लक्षद्वीप के समुद्र तट पर सुबह की सैर का भी आनंद लिया। यहां की शांति मन मोहने वाली है। प्रधानमंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश के लोगों को उनकी मेहमाननवाजी के लिए धन्यवाद दिया।
लक्षद्वीप से सीखने का मौका मिला
पीएम मोदी ने अपनी पोस्ट में बताया कि उन्हें लक्षद्वीप के सुंदर और शांत माहौल में 140 करोड़ भारतीयों के लिए और ज्यादा मेहनत करने के बारे में सोचने का मौका मिला। यह सिर्फ एक द्वीप समूह नहीं है बल्कि परंपराओं की एक विरासत है। लक्षद्वीप अपने निवासियों की जिवंतता का सबूत पेश करता है। मेरी इस यात्रा में मुझे बहुत कुछ सीखने और अपने आप में सुधार करने का मौका दिया।
लक्षद्वीप में बेहतर बनाएंगे जीवन
प्रधानमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार का मुख्य ध्यान लक्षद्वीप में जनता के जीवन को और बेहतर बनाने पर है। उन्होंने कहा कि लक्षद्वीप में विकास कर यहां के लोगों के जीवन को बेहतर बनाएंगे। यहां की स्थानीय संस्कृति का संरक्षण करेंगे। तेज इंटरनेट क्नेटिविटी उपलब्ध करवाने के लिए साथ ही पीने के पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे। पीएम ने कई सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ हुई बातचीत की फोटो भी साझा की। उन्होंने इस यात्रा को प्रेरणा दायक बताया।
कई प्राेजेक्ट्स का किया उद्घाटन
पीएम माेदी ने लक्षद्वीप में कई प्रोजेक्टस का उद्घाटन भी किया। इनमें कोची-लक्षद्वीप आइलैंड्स सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन (केएलआई-एसओएफसी) परियोजना, कडमत में लो-टेम्परेचर थर्मल डिसलिनेशन (एलटीटीडी) प्लांट,मिनिकॉय के सभी घरों में फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन्स (एफएचटीसी) का प्रोजेक्ट और कवरत्ती में सोलर पावर प्लांट स्थापित करने की परियोजना शामिल रही।
जानिए क्या है स्नॉर्कलिंग
स्नॉर्कलिंग एक वाटर एक्विविटी है। इस एक्टिविटी से जुड़ा न तो कई स्पोर्ट है और न ही यह स्कूबा डाइविंग की तरह एडवेंचर्स है। इसलिए इसे वाटर गेम या वाटर एडवेंचर कहना सही नहीं होगा। इसमें एक विशेष मास्क और नली का उपयोग किया जाता है। नली से सांस लेते हुए पानी की सतह पर तैरते हुए जलीय जीवन को देखा जा सकता है। यह एक रोमांचक और मनोरंजन से भरा अनुभव होता है। यह स्कूबा डाइविंग से इसलिए अलग है कि इसमें समुद्र की गहाइयों में नहीं जाना होता सिर्फ समुद्र की सतह पर रहते हुए ही इसके नीचे के नजारों को देखा जाता है।