Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होगा। इससे पहले देश का सियासी तापमान बढ़ गया है। 2024 लोकसभा चुनाव की लड़ाई मंगलसूत्र, मुसलमान, शरिया, मेनिफेस्टो, संपत्ति सर्वे तक आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो का जिक्र करते हुए मंगलसूत्र और मुस्लिम आरक्षण को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा तो वहीं अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पलटवार किया है। प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी मां यानी सोनिया गांधी का मंगलसूत्र देश के लिए कुर्बाना हुआ है।
राहुल के बयान पर पीएम मोदी का पलटवार
5 अप्रैल को कांग्रेस ने घोषणा पत्र जारी किया था। इसके बाद तेलंगाना में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि अगर उनकी सरकार आई तो देश में संपत्ति का सर्वे कराया जाएगा। राहुल के इसी बयान को आधार बनाकर पीएम मोदी ने संपत्ति सर्वे का मुद्दा उठाया। जिसे भाजपा के हर एक नेता ने लपक लिया है।
राजस्थान के बांसवाड़ा में पीएम मोदी ने कहा था कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो वे लोगों की संपत्तियां उन लोगों में बांट देंगे जिनके बच्चे ज्यादा हैं। घुसपैठियों में आपकी संपत्ति बांट दी जाएगी। यह कांग्रेस का मेनिफेस्टो कह रहा है। इनके एक नेता (पूर्व पीएम मनमोहन सिंह) ने कहा था कि संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। ये अर्बन नक्सली सोच है। माताओं-बहनों का मंगलसूत्र भी नहीं बचने देंगे। ये यहां तक आ गए हैं।
मेरी मां का मंगलसूत्र देश के लिए कुर्बान
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों से कहा जा रहा है कि कांग्रेस के लोग आपका मंगलसूत्र और सोना छीनना चाहते हैं। 70 सालों से ये देश स्वतंत्रत है। 55 सालों के लिए कांग्रेस की सरकार रही। तब क्या किसी ने आपका सोना छीना? आपके मंगलसूत्र छीने? जब देश में जंग हुई थी तब इंदिरा गांधी ने अपना सोना देश को दिया था और मेरी मां का मंगलसूत्र (राजीव गांधी) इस देश के लिए कुर्बान हुए।
प्रियंका ने कहा कि अगर मोदीजी मंगलसूत्र का महत्व समझते तो ऐसी बातें नहीं कहते। नोटबंदी से महिलाओं की बचत छीन ली। किसानों के विरोध के दौरान 600 किसानों की जान चली गई। क्या मोदीजी ने उन विधवाओं के मंगलसूत्र के बारे में सोचा? जब मणिपुर में एक महिला को नग्न कर घुमाया गया तब मोदी जी चुप थे। क्या उन्होंने उनके मंगलसूत्र के बारे में सोचा? आज वह वोट के लिए ऐसी बातें कह रहे हैं। उन्हें डरा रहे हैं ताकि वे डरकर वोट करें।
#WATCH | Bengaluru: Congress leader Priyanka Gandhi Vadra says, "If Modi ji had understood the importance of 'Mangalsutra', he would not have said such things...When demonetization happened, he took away the savings of women...During the farmers' protest, 600 farmers lost their… pic.twitter.com/xt55xkqlT3
— ANI (@ANI) April 23, 2024
क्यों हो रहा हंगामा, क्या है कांग्रेस के मेनिफेस्टो में?
कांग्रेस 5 अप्रैल को 5 न्याय, 25 गारंटी और 300 से ज्यादा वादों का घोषणा पत्र लेकर आई थी। 48 पन्नों वाले इस घोषणा पत्र को कांग्रेस ने न्याय पत्र नाम दिया है। इसमें कहीं भी मंगलसूत्र या महिलाओं के सोने पर कब्जा करने वाली बात नहीं लिखी है। हालांकि इन 4 बातों पर विवाद जरूर हो रहा है।
- आर्थिक न्याय से जुड़े पेज नंबर 28 के पॉइंट नंबर 21 में लिखा है कि कांग्रेस नीतियों में उपयुक्त बदलाव करके धन और आय के मामले में बढ़ती असमानता का समाधान करेगी।
- हिस्सेदारी न्याय और सामाजिक न्याय के पेज नंबर 6 पर लिखा है कि कांग्रेस आर्थिक सामाजिक जाति जनगणना कराएगी। आर्थिक समाजिक स्थिति का पता लगाया जाएगा। फिर सुधार के लिए आवयश्यक कदम उठाए जाएंगे।
- पेज नंबर 7 पर लिखा है कि तानाशाही और बहुसंख्यकवाद के लिए देश में कोई जगह नहीं है। कांग्रेस भारत में अल्पसंख्यकों के आधार को बनाए रखने और रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
- पेज नंबर 8 पर लिखा है कि संविधान के तहत अल्पसंख्यकों के मौलिक अधिकार कांग्रेस बरकरार रखेगी। शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय, सेवाओं, खेल, कला के बढ़ते अवसरों का पूरी तरह लाभ उठाने में अल्पसंख्यकों को प्रोत्साहित और उनकी मदद की जाएगी। अल्पसंख्यकों के लिए आसान कर्ज की नीति बनाई जाएगी।
ये दो बयान भी चर्चा में?
राजस्थान के टोंक-सवाई माधोपुर में पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले कांग्रेस के शासन वाले कर्नाटक में एक छोटे दुकानदार को सिर्फ इसलिए पीटा गया, क्योंकि वह अपनी दुकान में हनुमान चालीसा सुन रहा था। कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा पढ़ना भी गुनाह हो गया है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमरोहा में कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र देखिए। इसमें कहते हैं कि शरिया कानून लागू कर देंगे। भारत संविधान से चलेगा।
भाजपा बढ़ रही 80-20 के फार्मूले पर?
दूसरे चरण में 88 सीटों पर चुनाव होगा। इन सीटों पर 2019 के चुनाव में भाजपा ने 52 और एनडीए ने 61 सीटें जीती थी। भाजपा ने पिछले चुनाव में हर चरण में विपक्ष पर लीड बनाई थी। इस बार भी भाजपा उसी रणनीति से आगे बढ़ रही है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं भाजपा इस बार का लोकसभा चुनाव 80-20 फार्मूले पर लाना चाहती है।