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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में विदेशों में कार्यरत भारतीयों से आह्वान किया था कि वे विदेशों के बजाय भारत आकर अपने परिजनों के साथ वेडिंग प्लान करें। इसके बाद हरिभूमि ने ऐसे कुछ कपल्स तलाशे जो रहते विदेशों में हैं लेकिन भारतीय जमीं पर आकर वैवाहिक सूत्र में बंधेगे।

भोपाल (मधुरिमा राजपाल). शादियों का सीजन शुरू होते ही चारों ओर शहनाई की गूंज सुनी जा सकती है। जहां शादियों में इन दिनों प्री वेडिंग शूट और थीम बेस्ड शादी देखी जाती है, वहीं डेस्टिनेशन वेडिंग का ट्रेंड भी खास है, जिसमें कपल्स दूर-दराज के सुंदर शहरों में जाकर अपनी वेडिंग कराते हैं और इसमें गिने चुने मेहमानों को आमंत्रित करते हैं। यह ट्रेंड सेलिब्रिटीज में तो आम है, जिसमें जहां कटरीना कैफ और विक्की कौशल ने राजस्थान के सवाई माधोपुर के सिक्स सेंस फोर्ट में तो वहीं परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा ने भी उदयपुर के खास पैलेस में डेस्टिनेशन वेडिंग की, और अब यही चलन आम लोगों में भी देखा जा सकता है। भारत के दूर दराज शहरों में शादी के अलावा कई धनाठय लोग विदेशों में जाकर भी शादी करते है।

मन की बात में कहा विदेश में शादियां आयोजित करने की प्रवृत्ति से परेशान हूं...

लेकिन विदेशों में जाकर होने वाली इन डेस्टिनेशन वेडिंग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी राय रखी, रविवार को ‘मन की बात’ में उन्होंने कहा कि मैं कुछ बड़े परिवारों द्वारा विदेश में शादियां आयोजित करने की प्रवृत्ति से परेशान हूं, ऐसे लोगों से मैं देश में ही वेडिंग प्लान करने का आग्रह करुंगा, ताकि देश का पैसा देश से बाहर न जाए। बावजूद इसके कई अपने देश की माटी और भारतीय संस्कृति को प्रेम करने वाले विदेशों में रहने वाले कई कपल्स ऐसे भी हैं जो विदेशों से आकर भारत में शादी करते हैं। हरिभूमि ने जब राजधानी भोपाल के वेडिंग प्लानर के साथ साथ विदेशों में रहने वाले कपल्स से बातचीत की तो पाया कि अब विदेशों में रहने वाले भारतीय जमीं पर ही वैवाहिक सूत्र में बंधना पसंद करते हैं।

इन कपल्स ने हरिभूमि से बातचीत में कहा कि भारतीय वैवाहिक पद्धिती का जो औरा है, इंडियन वेडिंग का जो चार्म है वो इंडिया में रहकर यहां के लोगों के बीच वैवाहिक रस्में अदा करने के बाद ही देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब तो हमारे देश में इतने बड़े होटल्स और मैरिज गार्डन हैं कि आपको विदेशों में जाने की जरूरत ही नहीं।

सभी रस्में भारत में आकर अदा करने का चार्म विदेशों में नहीं

हाल ही में वैवाहिक सूत्र में बंधे आस्ट्रेलिया निवासी मयंक गुलाटी और कंचन सुधानी का कहना है कि हम भले ही कई सालों से आस्ट्रेलिया में रह रहे हैं लेकिन हमारा परिवार, हमारा कल्चर इंडियन है और इसके लिए इंडिया में आकर ही शादी करना, सभी रस्में हमारे लोगों और परिवारजन के बीच इंडियन स्टाइल में अदा करने का जो चार्म है वो विदेश में नहीं।

90% विदेशों में रहने वाले कपल्स मेरे कलाइंट हैं, जो भारत आकर करना चाहते है शादी

वहीं वेडिंग कंसल्टेंट एंड प्लानर देवा जैन का कहना है कि कई सालों पहले डेस्टिनेशन वेडिंग का ट्रेंड चला था और अब फॉरेन वेडिंग का, लेकिन मेरे पास करीब 12 प्रोजेक्ट हैं, जिसमें से 90 फीसदी विदेशों में रहने वाले कपल्स हैं, कोई यूएसए में रहता है तो कोई यूके में, तो कोई अस्ट्रेलिया में और इन सभी कपल्स का कहना है कि इन्हें भारत में आकर ही शादी करनी है। खासकर भोपाल में अपने रिलेटिव्स और फ्रेंड्स के बीच। देवा ने कहा कि इन लोगों का कहना है कि जब आप बैचलर पार्टी की बात करते हैं तो यह पार्टी गोवा या मालदीव में अच्छी लगती है लेकिन जब आप इंडियन वेडिंग की बात करते हैं तो वो विदेशों में कैसे अच्छी लग सकती है।

Deva Jain
वेडिंग कंसल्टेंट एंड प्लानर देवा जैन।

विवाह जैसे सुंदर रिश्ते में कैसे अपनों से दूर विदेश में रहकर बंधे

दिसंबर माह में वैवाहिक सूत्र में बंधने वाले हैं यूएसए निवासी अभिषेक पौराणिक का कहना है कि मेरी फियांसे मप्र की है और हम भोपाल के निजी होटल में ही अपनी सभी वैवाहिक रस्में अपने फे्रंड्स और फेमली के साथ मिलकर सेलिब्रेट करेंगे। अभिषेक ने कहा कि हम वैसे ही कई सालों से अपने परिवारों से दूर रहते हैं और विवाह जैसे सुंदर रिश्ते को कैसे अपने माता पिता और यार दोस्तों से दूर रहकर विदेश में सेलिब्रेट करें।

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