Preneet Kaur Join BJP: लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर ने दिल्ली में बीजेपी की सदस्यता ली। सदस्यता लेने के बाद उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी के नेतृत्व में अपने निर्वाचन क्षेत्र, अपने राज्य और देश के लिए काम करूंगी। कांग्रेस पार्टी के साथ मेरी अच्छी पारी रही और मुझे उम्मीद है कि बीजेपी के साथ मेरी पारी बेहतर होगी। पटियाला से लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर परनीत कौर ने कहा कि यह भाजपा पर निर्भर है।
पटियाला सीट कैप्टन परिवार का गढ़ है। चार बार की सांसद और पूर्व केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कौर (79) को पिछले साल फरवरी में अपने पति की मदद करने के लिए कांग्रेस ने निलंबित कर दिया था। कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बना दिया था। अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटा दिया था। इससे आहत होकर कैप्टन ने कांग्रेस छोड़ दी थी और अपनी नई पार्टी बनाई थी। हालांकि बाद में पार्टी का भाजपा में विलय कर दिया था।
#WATCH | Preneet Kaur, suspended Congress MP and wife of former Punjab CM Amarinder Singh, joins BJP in Delhi, today pic.twitter.com/YziHMsHDez
— ANI (@ANI) March 14, 2024
आईसीएस अफसर की बेटी, शाही परिवार की बहू हैं परनीत
शिमला के सेंट बेडे कॉलेज की पूर्व छात्रा परनीत कौर पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव और ब्रिटिश काल के भारतीय सिविल सेवा (आईसीएस) अधिकारी ज्ञान सिंह काहलों की बेटी हैं। अक्टूबर 1964 में उनकी शादी पटियाला के पूर्व शाही परिवार के वंशज कैप्टन अमरिंदर से हुई। 1999 में जब उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पटियाला लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की तो उन्होंने विकलांग बच्चों के लिए संजीवनी नामक एक एनजीओ चलाया।
2014 में आप ने चुनाव हराया था
2014 के चुनाव को छोड़कर कौर ने तब से चार बार सीट जीती है। 2014 में वह आम आदमी पार्टी (आप) के धर्मवीरा गांधी से हार गई थीं। 2014 में जब कैप्टन अमरिन्दर ने अमृतसर लोकसभा सीट से जीत हासिल की और अपना पटियाला (शहरी) विधानसभा क्षेत्र खाली कर दिया, तब कौर ने उपचुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
क्षेत्र में परनीत की गहरी पैठ
कौर को मृदुभाषी और अपने लोकसभा क्षेत्र में गहरे जमीनी स्तर से जुड़े नेता के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है कि कौन अपने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को उनके नाम से जानती हैं। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्यों की शादियों और अन्य समारोहों में भाग लेती हैं।
2014 में जब अमरिंदर अभी भी कांग्रेस में थे, तब कौर को कथित तौर पर स्विस बैंक में खाते रखने के लिए आयकर नोटिस मिला था। हालांकि कौर ने इस बात से इनकार कर दिया। 2019 के चुनावों से पहले उन्होंने 82 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की।
पी फॉर पटियाला, पी फॉर परनीत
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कौर ने अपनी शादी की एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी और इसे कैप्शन दिया था कि जदों मेरा नाता सदा वास्ते पटियाले नाल जुड़ गया। मेरा पटियाला, मेरा परिवार। पी फॉर पटियाला, पी फॉर परनीत। हालांकि, कौर को इस बार पटियाला से चुनौती मिलने की संभावना है, क्योंकि उनके सबसे करीबी सहयोगी और पूर्व विधायक हरदियाल सिंह कंबोज अभी भी कांग्रेस में हैं। कम्बोज ने अतीत में उनके सभी अभियानों को संभाला है।
हालांकि आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें सीट के जाट-बहुल क्षेत्रों में वोटों को मजबूत करने में मुश्किलें आ सकती हैं। क्योंकि जिन किसानों को अब निरस्त कृषि कानूनों के खिलाफ 2022 के आंदोलन के दौरान अमरिंदर से मदद मिली थी, उन्हें भाजपा उम्मीदवार के रूप में समर्थन देने की संभावना नहीं है।