Pulwama encounter: सोमवार 3 जून को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो टॉप कमांडर्स को मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए आतंकियों की पहचान कश्मीर घाटी के ऑपरेशनल कमांडर रियाज शेथरी और उसके सहयोगी रईस डार के रूप में हुई है। यह मुठभेड़ पुलवामा जिले के नेहामा इलाके में हुई।
रियाज शेथरी पर था 10 लाख रुपए का इनाम
रियाज शेथरी 2015 से घाटी में सक्रिय था और उसने टारगेटेड किलिंग, ग्रेनेड हमलों और आतंकी संगठनों में युवाओं की भर्ती करने समेत 20 से ज्यादा आतंकवादी घटनाओं में शामिल होने का आरोप था। शेथरी ए+ श्रेणी का आतंकी था। उसके सिर पर 10 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। सुरक्षा एजेंसियों ने इस ऑपरेशन को दक्षिण कश्मीर में लश्कर की गतिविधियों के लिए एक बड़ा झटका बताया है।
Bodies of 02 #terrorists killed in the anti-terrorist operation recovered so far. Identity & affiliation being ascertained. #Operation in progress. Further details shall follow.@JmuKmrPolice https://t.co/Y26bnyNqqs
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) June 3, 2024
आतंकियों के छिपे होने की मिली थी जानकारी
सेना के अधिकारियों के मुताबिक पुलवामा जिले के नेहामा इलाके में आतंकियों के ठिकाने के बारे में सूचना मिली थी। जिसके बाद सोमवार सुबह सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। तलाशी अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया जब आतंकियों ने सुरक्षा बलों के एक दल पर गोलीबारी की, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। अधिकारियों के मुताबिक, आतंकवादी एक घर में फंसे हुए थे। सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई गोलीबारी के दौरान घर में आग लग गई।
7 मई को भी मुठभेड़ में मारा गया था एक आतंकी
7 मई को सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़ के दौरान दो आतंकवादियों को मार गिराया था। मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों में लश्कर समर्थित संगठन रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का सक्रिय सदस्य बासित डार भी शामिल था। सुरक्षा एजेंसियों ने कहा था कि इस ऑपरेशन से आतंकियों के मनोबल पर भारी चोट पहुंची है। अधिकारियों ने बताया कि रियाज शेथरी की मौत से घाटी में लश्कर की गतिविधियों पर बड़ी रोक लगेगी। सुरक्षाबलों का कहना है कि वे किसी भी सूरत में आतंकियों की घुसपैठ और उनकी गतिविधियों को सफल नहीं होने देंगे।