Rahul Gandhi Kashi Vishwanath Darshan: राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ 16 राज्यों में लोगों से मिलने के अभियान पर हैं। हालांकि, कई जगहों पर इस यात्रा को लेकर कंट्रोवर्सी सामने आ चुकी है। ताजा मामला है वाराणसी का। राहुल गांधी की यात्रा शनिवार को वाराणसी पहुंची। इस अहम यात्रा के बीच कांग्रेस नेता समय निकाल कर काशी विश्वनाथ मंदिर भी पहुंच गए। वहां गर्भगृह में जाकर बाबा विश्वनाथ की पूजा की, दर्शन किए। सोशल मीडिया और कुछ टीवी चैनलों पर इससे जुड़ी खबरें प्रकाशित और प्रसारित हुई। इन खबरों में ऐसी तथ्यात्मक त्रुटि थी कि काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा।
विश्वनाथ मंदिर में अर्चक कराते हैं पूजन- न्यास
दरअसल राहुल गांधी के मंदिर में पूजा दर्शन करने के बाद कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और एक टीवी चैनल पर दिखाई गई खबरों में बताया गया था कि काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत ने राहुल गांधी को गर्भगृह में लेकर जाकर पूजा विधि पूरी करवाई। इस पर श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद, वाराणसी(श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास, वाराणसी) ने कहा कि मंदिर की गर्भगृह में पूजन-अर्चन के लिए अर्चक नियुक्त हैं। खबरों में ऐसा कहा जा रहा है कि मंदिर के महंत राजेंद्र तिवारी ने राहुल गांधी को पूजन या संकल्प कराया गया। यह बात पूरी तरह से गलत है।
मंदिर में नहीं है कोई महंत
न्यास ने कहा कि कई मीडिया हाउसों में किसी राजेंद्र तिवारी को मंदिर का महंत बताया गया है। यह बात पूरी तरह से गलत है। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास में महंत का कोई पद ही नहीं है। साथ ही मंदिर ने सभी मीडिया संस्थानों को आगाह किया गया है कि मंदिर न्यास के आधिकारिक बयान के बगैर मंदिर से जुड़ी खबरों, वीडियो पर संज्ञान नहीं लिया जाए। खास तौर पर ऐसी किसी खबर को बिल्कुल स्वीकार नहीं करें जिसमें काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी का उल्लेख किया गया हो।
राहुल गांधी के मंदिर दर्शन की फोटो नहीं आई सामने
राहुल गांधी के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने की तस्वीरें भी सामने नहीं आई है। इन दिनों राहुल गांधी जहां भी यात्रा लेकर पहुंचते हैं, किसी न किसी मंदिर में दर्शन करना उनके प्लान में शामिल होता है। असम में मंदिर में दर्शन जाने के लिए तो वह धरने तक पर बैठ गए थे। झारखंड के देवघर में वह बाबा बैद्यनाथ मंदिर में दर्शन करने गए थे। पूजा की थी। यह तस्वीरें कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट भी की गई थी । हालांकि, जब वह शनिवार को काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे, उसकी एक भी तस्वीर सामने नहीं आई। ना तो कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल से यह तस्वीरें पोस्ट की गई हैं और ना ही मंदिर प्रबंधन ने उनके मंदिर में दर्शन करने की पुष्टि की है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि वाकई राहुल गांधी ने मंदिर में दर्शन किए भी कि नहीं।
कांग्रेस ने ट्रस्ट पर लगाया राजनीति करने का आरोप
दर्शन की तस्वीरें सामने नहीं आने पर कांग्रेस ने अब काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के यूपी प्रवक्ता सीपी राय ने इस मुद्दे पर मीडिया के सामने बात रखी। राय ने कहा कि ट्रस्ट ने पहले तो कांग्रेस के फोटोग्राफर को मंदिर के अंदर जाने की इजाजत दे दी थी। हालांकि, जैसे ही राहुल गांधी दर्शन के लिए गए, कांग्रेस के फोटोग्राफर को जाने की इजाजत नहीं दी गई। ट्रस्ट ने यह भरोसा दिया कि मंदिर के फोटोग्राफर से उन्हें तस्वीरें मिल जाएंगी। लेकिन, बाद में मंदिर ने तस्वीरें देने से इनकार कर दिया। राय ने आरोप लगाया कि जब भी कोई बीजेपी का नेता मंदिर जाता है तो उसकी तस्वीरें जारी की जाती हैं। वीडियो भी जारी होते हैं।हालांकि, राहुल गांधी के मामले में ट्रस्ट और मंदिर प्रशासन दोनों ही राजनीति कर रहा है।