Sandeshkhali Row:पश्चिम बंगाल के उत्तर परगना स्थित संदेशखाली को लेकर बीजेपी और राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने हैं। बीजेपी लगातार टीएमसी को इस मुद्दे पर घेर रही है। इसकी कड़ी में गुरुवार को बीजेपी ने संदेशखली पर एक डॉक्यूमेंट्री जारी की। 20 मिनट की इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में संदेशखाली की महिलाएं अपनी आपबीती सुनाती नजर आ रही हैं। महिलाओं ने इस डॉक्यूमेंट्री में बताया है कि किस तरह टीएमसी नेता शाहजहां शेख ने उनकी जमीनों पर कब्जा किया और उनका यौन उत्पीड़न किया।
बीजेपी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की डॉक्यूमेंट्री
बीजेपी ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस डॉक्यूमेंट्री को पोस्ट किया है। इसके साथ ही लिखा है कि एक ऐसा सच जिसने हम सभी को हैरान कर दिया है। एक ऐसा सच जिससे हम सभी को दर्द महसूस हुआ है। एक सच जिसने हमारी अंतरआत्मा को झकझोर के रख दिया है। वहीं, एक बंगाली भाषा में लिखे एक दूसरे पोस्ट में बीजेपी ने लिखा है- 'दीदी के बोलो आरो कोतो संदेशखली' जिसका मतलब होता है कि दीदी बताइए संदेशखाली जैसी और कितनी घटनाएं हैं। बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बंगाल में आम तौर पर लोग 'दीदी' ही बुलाते हैं।
संदेशखाली को लेकर बंगाल में घमासान जारी
डाक्यूमेंट्री में संदेशखाली की महिलाएं बता रही हैं कि कैसे शाहजहां शेख और उसके समर्थकों ने लोगों के जमीन पर कब्जा कर लिया और उन्हें इसके बदले कोई मुआवजा या कीमत नहीं दी। बीते दो हफ्ते से संदेशखाली के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल में जमकर हंगामा हो रहा है। बीजेपी ने टीएमसी और ममता बनर्जी के खिलाफ सदन से लेकर सड़क तक मोर्चा खोल रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) और राष्ट्रीय जनजातीय आयोग (NSTC) की टीम संदेशखाली का दौरा कर चुकी हैं। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने संदेशखाली में महिलाओं से मुलाकात के बाद यहां तक कह दिया था कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए।
मुख्य आरोपी शाहजहां शेख का अता-पता नहीं
संदेशखाली की महिलाओं ने टीएमसी के नेता शाहजहां शेख और उसके दो साथियों उत्तम सरदार और शिबू हाजरा पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। साथ ही महिलाओं का कहना है कि शाहजहां शेख और उसके साथियों ने स्थानीय आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर लिया। बुधवार को जहां नाराज ग्रामीणों ने संदेशखाली में एक पॉल्ट्री फॉर्म को आग के हवाले कर दिया, वहीं गुरुवार को शाहजहां शेख के भाई सिराजुद्दीन की झोपड़ी को आ लगा दी। ग्रामीणों ने दावा कि दोनों ही जगहों पर शाहजहां शेख ने अवैध ढंग से कब्जा किया था।