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Satta King: जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहा है। 90 सीटों वाले राज्य में किसकी सरकार बनेगी? फैसला 6 अक्टूबर तक होगा, लेकिन सट्टा बाजारों में अभी से भविष्यवाणी कर दी है। जानिए सट्टा बाजार का चौंकाने वाला दावा क्या कहता है।

Satta King: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। 10 साल बाद हो रहे चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में गहमागहमी जाेरों पर है। राजनीतिक दलों ने प्रचार भी तेज कर दिया है। 90 सीटों वाले राज्य में 18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी। सरकार किसकी बनेगी? फैसला 8 अक्टूबर तक होगा, लेकिन सट्टा बाजारों में अभी से हार-जीत पर बाजीगरी शुरू हो गई। जम्मू कश्मीर में चल रही सियासी उठा-पटक के बीच राजस्थान के फलोदी सट्टा और मुंबई सट्टा बाजार ने बड़ी भविष्यवाणी की है। जानिए सट्टा बाजार का चौंकाने वाला दावा क्या कहता है।

सट्टा बाजार का दावा-भाजपा के सामने बड़ी चुनौती
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर सियासत गरम है। कांग्रेस को अपना स्टैंड साफ करने की चुनौती मिल रही है। राजनीतिक दलों ने चुनावी प्रचार का आगाज कर दिया है। जम्मू कश्मीर की सियासत के साथ-साथ सट्टा बाजार भी गर्माया हुआ है। इस बार BJP जीत रही या कांग्रेस सट्टा बाजार में इसका भी अनुमान लगना शुरू हो गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी पर भी बड़े दांव लग रहे हैं। सट्टा बाजार का दावा है कि भाजपा के लिए मुस्लिम वोट में सेंध लगाने की सबसे बड़ी चुनौती है।

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जानें किस दल को मिल सकती हैं कितनी सीटें 
सट्टा बाजार की भविष्यवाणी के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में इंडिया गठबंधन को 50 से 55 सीटें मिल सकती हैं। जबकिक बीजेपी को इस बार 20 से 28 सीटें मिल सकती हैं।  पीडीपी को 4-5 सीटें मिल सकती हैं। बाकी सीटें अन्य के खाते में जाएंगी। सट्टा किंग के मुताबिक, आतंक से ग्रस्त रहे इलाकों में पीडीपी का वर्चस्व रहा है। शोफियां, अनंननाग, कुलगांव, त्राल, बड़गांव और इससे सटे इलाकों में यह पार्टी हर चुनाव में बढ़त बनाती है। इस बार महबूबा की बेटी इल्तिजा चुनावी मैदान में है। कई युवाओं को भी इस बार टिकट दिया है। ऐसे में खेल बार बदल सकता है।

काश्मीर में कांग्रेस तो जम्मू में भाजपा मजबूत 
सट्टा किंग की नई भविष्यवाणी के मुताबिक, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने कश्मीर घाटी में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। कठुआ, डोडा और राजोरी में भी एनसी की अच्छी पैठ है।  कश्मीर में बीजेपी हमेशा कमजोर रही है। लेकिन इस बार भाजपा यहां पूरी ताकत झोंक रही है। जम्मू में बीजेपी ने मजबूती दिखाई है।

2014 में किसे, कितनी सीटों मिलीं थी
जम्मू-कश्मीर में नए परिसीमन के बाद कुल 114 विधानसभा सीटें हैं। लेकिन 90 सीटों पर ही चुनाव होंगे। 24 सीटें पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर में हैं। POK की 24 सीटें बरकरार रखीं गई हैं। 2014 में 83 सीट पर चुनाव हुए थे। जम्मू की 37, कश्मीर की 46 सीटों और लद्दाख की 6 सीटों पर वोटिंग हुई थी। बीजेपी ने 25 सीटों जीती थीं। पीडीपी ने 28 सीटों पर विजय प्राप्त की थी। नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें ही मिली थीं। दो बड़े दलों बीजेपी-पीडीपी ने गठबंधन में सरकार बनाई थी। महबूरा मुफ्ती सीएम बनीं, लेकिन ये सरकार अपना कार्यकाल पूरा ही नहीं कर सकी।

(Disclaimer: देश में सट्टेबाजी गैर-कानूनी है। इसमें जीत-हार की कोई गारंटी नहीं होती है। उपरोक्त लेख केवल जानकारी के लिए है, हरिभूमि डिजिटल किसी भी प्रकार की सट्टेबाजी और हार-जीत के दावों को प्रमोट नहीं करता है) 

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