Sheikh Shahjahan Arrested: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह 55 दिनों से फरार चल रहा था। बंगाल पुलिस ने कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर उसे पकड़ा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अमीनुल इस्लाम खान ने कहा कि 53 साल के तृणमूल नेता को उत्तर 24 परगना के मिनाखान इलाके से उठाया गया है।
पुलिस ने आरोपी शाहजहां को बशीरहाट अदालत में पेश किया। जहां 14 दिन की रिमांड मांगी गई। वकील राजा भौमिक ने कहा कि शेख शाहजहां की 14 दिन की पुलिस हिरासत की मांग की गई थी, लेकिन अदालत ने 10 दिन की हिरासत की अनुमति दी है।
#WATCH | West Bengal | TMC leader Sheikh Shahjahan being brought out of Basirhat Court by the State Police. He has been remanded to 10-day Police custody. pic.twitter.com/fSQxi6dxLM
— ANI (@ANI) February 29, 2024
पहली बार कब चर्चा में आया शाहजहां
शेख शाहजहां उस वक्त चर्चा में आया, जब प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम उसके आवास पर छापा मारने पहुंची। वह राशन घोटाले में आरोपी है। ईडी टीम जब उसके घर पहुंची तो उसके 800-1000 समर्थकों ने अफसरों को घेर लिया। भीड़ ने अफसरों पर पर हमला कर दिया। उनकी गाड़ियों पर पथराव किया। जिसमें कई अफसर घायल हो गए। इस बीच मौका पाकर शाहजहां फरार हो गया था। तब से ईडी उसे समन भेज रही है, लेकिन वह सामने नहीं आया। उसकी गिरफ्तारी को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल सरकार को आदेश जारी किया था।
#WATCH | West Bengal | TMC leader Sheikh Shahjahan brought to Basirhat Court lockup after his arrest.
— ANI (@ANI) February 29, 2024
ADG (South Bengal) Supratim Sarkar said that he has been arrested in a case which happened on 5th January 2024 where ED officers were assaulted during the course of raid they… pic.twitter.com/ItD5468T3s
सिरदर्द बन गया संदेशखाली का शाहजहां
शेख शाहजहां ईडी के हमले के बाद दूसरी बार चर्चा में उस वक्त आया, जब संदेशखाली की कई महिलाएं सामने आईं। महिलाओं ने शेख शाहजहां पर जमीन कब्जा, यौन उत्पीड़न, जबरन वसूली के आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। इसको लेकर भाजपा और टीमएसी के बीच तनाव बढ़ गया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा तब बीजेपी डेलिगेशन को संदेशखाली जाने की इजाजत मिली।
संदेशखाली की महिलाओं ने सामाजिक-आर्थिक और यौन शोषण का भी आरोप लगाया है। शाहजहां के भाई, शेख सिराजुद्दीन और शेख आलमगीर, और उसके सहयोगी, शिबू हाजरा और उत्तम सरदार, उसके अपराध सिंडिकेट का हिस्सा हैं।
तृणमूल कांग्रेस नेता पर जून 2019 में भाजपा कार्यकर्ता सुकांत मंडल और प्रदीप मंडल की हत्या का भी आरोप है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया था कि शाहजहां की गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है, जो 5 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमले के बाद से फरार है।
कभी मजदूर, फिर नेता और अब भाई के नाम से मशहूर
शेख शाहजहां पर उत्तर 24 परगना जिले के गांव संदेशखाली में जमीन हड़पने, यौन उत्पीड़न और अन्य आपराधिक गतिविधियों का आरोप लगाया गया है। उसे संदेशखाली में लोग 'भाई' के नाम से भी जानते हैं। वह चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा है। शाहजहां ने अपने करियर की शुरुआत संदेशखाली में मछली पालन में एक छोटे से मजदूर के रूप में की और बाद में ईंट भट्टों में यूनियन नेता बन गया।
वह 2012 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गया। तब से वह पार्टी के कई बड़े नेताओं का करीबी सहयोगी बन गया। शाहजहां वर्तमान में संदेशखाली टीएमसी इकाई का अध्यक्ष है और हत्या और जबरन वसूली सहित विभिन्न आपराधिक मामलों में भी शामिल रहा है।