Siddaramaiah Hindutva vs Hinduism: कर्नाटक के CM सिद्धारमैया ने हिंदुत्व विचारधारा और हिंदू आस्था के बीच अंतर करके विवाद खड़ा कर दिया है। कांग्रेस के एक कार्यक्रम में सिद्धारमैया ने कहा कि ये सॉफ्ट हिंदुत्व या हार्ड हिंदुत्व क्या होता है? हिंदुत्व तो हिंदुत्व है। हिंदुत्व और हिंदू अलग हैं। मैं एक हिंदू हूं। क्या हम राम की पूजा नहीं करते? क्या सिर्फ वे (भाजपा) ही राम की पूजा करते हैं? क्या हमने राम के मंदिर नहीं बनवाए हैं। इस बयान के बाद भाजपा सिद्धारमैया पर हमलावर है।
BJP ने साधा सिद्धारमैया पर निशाना
सिद्धारमैया के इस बयान के बाद भाजपा नेता सीएन अश्वथ नारायण ने सिद्धारमैया पर निशाना साधा। अश्वथ नारायण ने कहा कि भारत या हिंदुत्व के मुद्दों पर कांग्रेस कभी भी स्पष्ट नहीं रही है। अश्वथ ने कांग्रेस पर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। भाजपा नेता ने कहा कांग्रेस ने हमेशा बांटने वाली राजनीति की है। वे कानून तक का सम्मान नहीं करते। ऐसे में वह धार्मिक मामलों पर बोलते ही क्यों हैं। उन्हें हिदुत्व पर बात करने का कोई नैतिक अधिकार ही नहीं है।
हिंदू वोटों को लुभाने कोशिश कर रही कांग्रेस: BJP
सिद्धरामैया ने कहा कि यह परंपरा रही है कि हमारे गांव के लोग दिसंबर के आखिरी सप्ताह में भजन गाते रहे हैं। मैं उसमें हिस्सा भी लेता रहा हूं। ऐसा दूसरे गांवों में भी होता रहा है। क्या वे(भाजपा) ऐसा करने वाले अकेले हैं। क्या हम हिंदू नहीं है। सिद्धरामैया के इस बयान को भाजपा ने हिंदू वोटो को लुभाने की कोशिश बताया है। इसके साथ ही हिजाब से प्रतिबंध हटाने के फैसले के बाद डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश बताया है।
सिद्धारमैया के पुराने बयान फिर सामने आए
इस ताजा विवाद के बाद हिंदुत्व के खिलाफ सिद्धारमैया के पिछले बयान पर एक बार फिर से चर्चा तेज हो गई है। इसी साल फरवरी में भी उन्होंने हिंदुत्व को लेकर विवादित बयान दिया था। सिद्धारमैया उस समय विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। उन्होंने कहा था कि हिंदुत्व संविधान के खिलाफ है। यह भेदभाव और हत्या का समर्थन करता है। सिद्धारमैया ने उस समय भी कहा था कि हिंदुत्व और हिंदू अलग हैं। मैं हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हूं। मैं हिंदू हूं लेकिन मैं मनुवाद और हिंदुत्व का विरोध करता हूं।