Logo
S Jaishankar: संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। मंगलवार 3 दिसंबर को भारत-चीन संबंधों पर को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि एलएसी पर शांति बहाली की कोशिश की जा रही है। इसके लिए चीन से बातचीत जारी है।

S Jaishankar: संसद के शीतकालीन ससत्र में लोकसभा में भारत-चीन संबंध पर बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अब एलएसी पर हालात सामान्य हैं। उन्होंने कहा कि हालात सुधारने के लिए दोनों ही देश प्रतिबद्ध हैं और इस दिश में काम भी कर रहे हैं। विदेश मंत्री ने एलएसी पर शांति कायम करने का श्रेय सेना को दिया है। 

विदेश मंत्री ने लोकसभा में बताया कि शांति बहाली के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य बातचीत हुई है। कहा कि चीन के साथ इस दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि जिससे कि सीमा मुद्दे पर समाधान के लिए निष्पक्ष और परस्पर स्वीकार्य रूपरेखा पर पहुंचें।

भारत-चीन के रिश्तों में 2020 में आई थी तल्खी
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और चीन के संबंध 2020 से तनावपूर्ण थे। जब चीन की कार्रवाइयों की वजह से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बाधित हुई थी। पूर्वी लद्दाख में अप्रैल-मई 2020 में चीन के सैनिकों के जमा होने और गलवाल घाटी में दोनों देधों के सैनिकों के बीच झड़प के बाद रिश्तों में तनाव आया था। इसके बाद दोनों देशों की तरफ से सेना की तैनाती की गई थी। 

कूटनीति के जरिए सामान्य हुए हालात
विदेश मंत्री ने संसद में कहा कि निरंतर कूटनीतिक उपायों के जरिए दोनों देशों के संबंधों में सुधार हो रहा है। पहले की घटना के परिणामस्वरूप चीन ने अक्साई चिन में 38,000 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर रखा है। इसके अलावा, पाकिस्तान ने 1963 में अवैध रूप से 5,180 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र चीन को सौंप दिया था।

यह भी पढ़ें : Maharashtra: रिपोर्ट में दावा- एकनाथ शिंदे महायुति की [1+2] सरकार के लिए राजी, गुरुवार को शपथ ग्रहण!

5379487