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Sucharita Mohanty Returns Ticket: सुचरिता ने आगे कहा कि मैं एक सैलरील प्रोफेशनल जर्नलिस्ट थी। 10 साल पहले मैं चुनावी राजनीति में प्रवेश किया था। मैंने पुरी के चुनाव अभियान में अपना सबकुछ झोंक दिया।

Sucharita Mohanty Returns Ticket: ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से कांग्रेस की उम्मीदवार सुचरिता मोहंती ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। उन्होंने टिकट भी लौटा दिया है। सुचरिता पुरी में भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ मैदान में थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी कोई फाइनेंशियल सपोर्ट नहीं कर रही है। पार्टी फंडिंग के बिना चुनाव प्रचार करना संभव नहीं है। इसलिए चुनाव लड़ने से मना करते हुए टिकट लौट दिया है। 

केसी वेणुगोपाल को लिखा लेटर
सुचरिता मोहंती ने कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा कि पब्लिक डोनेशन अभियान और कम से कम खर्च जैसे प्रयासों के बावजूद उन्हें आर्थिक रूप से संघर्ष करना पड़ा है। इसका असर चुनाव अभियान पर पड़ा। पार्टी ने मुझे फंड देने से मना कर दिया। 

उन्होंने पार्टी पर विधानसभा चुनाव में कमजोर प्रत्याशियों को उतारने का आरोप लगाया है। 7 विधानसभा क्षेत्रों की कुछ सीटों पर जीतने योग्य उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया गया है। कमजोर उम्मीदवारों को टिकट मिल गया। बीजेपी और बीजेडी पैसे के पहाड़ पर बैठे हैं। धन का अश्लील प्रदर्शन हर जगह है। मैं इस तरह चुनाव नहीं लड़ना चाहती। 

प्रदेश प्रभारी से मिला ये जवाब
सुचरिता ने आगे कहा कि मैं एक सैलरील प्रोफेशनल जर्नलिस्ट थी। 10 साल पहले मैं चुनावी राजनीति में प्रवेश किया था। मैंने पुरी के चुनाव अभियान में अपना सबकुछ झोंक दिया। जब पार्टी ने फंड देने से इंकार कर दिया तो ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी डॉक्टर अजॉय कुमार को बताया। उन्होंने साफ कह दिया कि आप खुद इंतजाम करिए। अपना बचाव स्वयं कीजिए। 

सुचरिता ने कहा कि मैं पब्लिक ओरिएंटेड कैंपेन चलाना चाहती थी, लेकिन धन की कमी के कारण यह भी संभव नहीं था। हालांकि इसके लिए पार्टी भी जिम्मेदार नहीं है। भाजपा सरकार ने पार्टी को पंगु बना दिया है। खर्च पर बहुत सारे प्रतिबंध हैं। मुझे क्षेत्र से तमाम  प्रतिक्रियाएं मिलीं। वे बदलाव चाहते हैं।

इंदौर और सूरत में क्या हुआ था?
हाल ही में मध्य प्रदेश में इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बाम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। फिर वे भाजपा में शामिल हो गए। अक्षय ने यह पैंतरा नामांकन की आखिरी तारीख से एक दिन पहले 24 अप्रैल को खेला। इंदौर से सांसद शंकर लालवानी भाजपा के प्रत्याशी हैं। 

उधर, गुजरात में कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुंभानी का नामांकन रद्द कर दिया गया। उनके प्रस्तावकों के साइन में गड़बड़ियां मिली थीं। निलेश के बाद सूरत सीट पर चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया। इस तरह सूरत सीट से भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित हो गए। 

 

 

 

 

 

 

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