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महाराष्ट्र की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर की मुश्किलें बढती जा रही है। पूजा खेडकर की ट्रेनिंग एक सप्ताह के लिए रोक दी गई है। उम्र छुपाने, OBC और विकलांगता आरक्षण कोटे का दुरुपयोग की जांच शुरू कर दी गई है।

IAS Pooja Khedkar controversy: महाराष्ट्र की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर की मुश्किलें बढती जा रही हैं। अपनी निजी ऑडी कार पर लालबत्ती लगाने की वजह से पूजा खेडकर सुर्खियों में आई। अब यूपीएससी (UPSC) और जांच एजेंसियों ने पूजा खेडकर की जांच तेज कर दी है। पूजा खेडकर की ट्रेनिंग एक सप्ताह के लिए रोक दी गई है। उम्र छुपाने, OBC और विकलांगता आरक्षण कोटे का लाभ पाने के लिए दस्तावेजों में छेड़छाड़ करने के मामले में पूजा खेडकर पर शिकंजा कसता जा रहा है। 

OBC आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करने का आरोप
पूजा को 15 से 19 जुलाई के बीच अकोला में जनजातीय विकास परियोजना में ट्रेनी IAS के रूप में शामिल होना था। हालांकि, वाशिम जिले के कलेक्टर ने इस पर रोक लगा दी है। पूजा पर UPSC में  सेलेक्शन के लिए विकलांगता और OBC आरक्षण कोटे का दुरुपयोग करने का आरोप है। इसके साथ ही पूजा खेडकर ने यूपीएससी को अपनी उम्र की सही जानकारी भी नहीं दी थी। अब इसकी जांच भी शुरू कर दी गई है। पूजा ने जो दस्तावेज दिए हैं उसके मुताबिक, दो साल में उसकी उम्र सिर्फ एक साल बढ़ी

CAT एप्लीकेशन में भी गडबड़ी आई सामने
IAS प्रशिक्षु पूजा खेडकर के दस्तावेजों में 2020 और 2023 के बीच उम्र में सिर्फ एक साल का अंतर दिखता है, जबकि तीन साल का गैप है। पूजा के Central Appellate Tribunal (CAT) के आवेदन में यह अंतर पाया गया है। 2020 में उन्होंने खुद को खेडकर पूजा दिलीपराव (Khedkar Puja Deeliprao) और 2023 में पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर ( Puja Manorama Dilip Khedka)  के नाम से आवेदन किया था।

मेडिकल में दाखिले के वक्त खुद काे बताया फिट
पूजा खेडकर ने 2007 में पुणे के एक मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था। दाखिले के लिए जो मेडिकल सर्टिफिकेट जमा किए गए थे, उसके मुताबिक, पूजा खेडकर पूरी तरह से फिट थीं। साथ ही इसमें पूजा के किसी भी तरह के विकलांग होने की बात का जिक्र नहीं था। काशीबाई नावले मेडिकल कॉलेज ( Kashibai Navale Medical College) के निदेशक डॉ. अरविंद भोर ने बताया कि उस प्रमाणपत्र में किसी भी प्रकार की शारीरिक या मानसिक विकलांगता का उल्लेख नहीं था।

पूजा खेडकर ने दी अपनी सफाई
पूजा खेडकर खुद के खिलाफ शुरू की गई जांच को लेकर सफाई दी है। ट्रेनी IAS अफसर ने कहा है कि मेरे ऊपर अभी सिर्फ आरोप लगे हैं। आप मुझे आरोपी कह सकते हैं लेकिन दोषी नहीं कह सकते। मैं समिति के सामने गवाही दूंगी। मुझे लगता है कि समिति जो भी फैसला लेगी, वह सभी को मंजूर होना चाहिए। न मैं, न आप (मीडिया), और न ही जनता इसे तय कर सकते हैं।

दो सप्ताह में रिपोर्ट देगी समिति
11 जुलाई को केंद्र सरकार ने विवादों में घिरी ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के UPSC सेलेक्शन के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी। इसके लिए एक सदस्य की कमेटी गठित की गई है। यह समिति इस बात की जांच कर रही है कि पूजा खेडकर ने UPSC के लिए आवेदन करते समय जो भी डिटेल और डॉक्यूमेंट्स सौंपे थे, वे सही हैं या नहीं। एडिशनल सेक्रेटरी लेवल के अधिकारी को इस जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह अधिकारी दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देंगे। 

मानसिक विकलांग होने का किया था दावा
पूजा ने UPSC को दिए हलफनामे में दावा किया कि वह मानसिक रूप से विकलांग हैं। पूजा ने आयोग के दिए गए आफिडेविट में कहा है कि उसे देखने में भी दिक्कत होती है। पूजा खेडकर अब तक 6 बार मेडिकल टेस्ट से इनकार कर चुकी हैं। जबकि UPSC के सेलेक्टेड कैंडिडेट्स के लिए मेडिकल टेस्ट अनिवार्य होता है। पूजा का पहला मेडिकल टेस्ट अप्रैल 2022 में दिल्ली AIIMS में किया जाना था। हालांकि, पूजा खेडकर ने COVID-19 पॉजिटिव होने का बहाना बनाकर इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया था। 

पुणे पुलिस कर रही सभी सर्टिफिकेट की जांच
बता दें कि 34 वर्षीय पूजा खेडकर महाराष्ट्र कैडर की IAS अधिकारी हैं। पूजा पर  PwBD और OBC आरक्षण का दुरुपयोग कर सिविल सेवा परीक्षा में चयनित होने का आरोप है। पुणे पुलिस पूजा खेडकर की ओर से जमा कराए गए सभी  मेडिकल सर्टिफिकेट्स की जांच कर रही है। इनमें से एक मेडिकल सर्टिफिकेट में पूजा की नजर कमजोर होने का दावा किया हैञ 

करोड़ों की संपत्ति की मालकिन है पूजा खेडकर
ट्रेनी  IAS ऑफिसर पूजा खेडकर करोडों की संपत्ति की मालकिन है। पूजा खेडकर ने 2023 में सरकारी सेवा में शामिल होने से पहले अपनी अचल संपत्ति की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि 2015 में पुणे के म्हालुंगे में दो प्लॉट खरीदे थे। इसकी मौजूदा कीमत 6 से 8 करोड़ रुपए के बीच है। 2018 में उन्होंने 4.74 हेक्टेयर जमीन खरीदी जिसकी  मौजूदा कीमत 3 से 4 करोड़ रुपए आंकी गई है।

पूजा की ऑडी पर 26 हजार का चालान
पूजा महंगी ऑडी कार में लालबत्ती लगाकर चलती थी। यह बात सार्वजनिक होने के बाद ही पूजा खेडकर सुर्खियों में आई। पूजा खेडकर की ऑडी कार पर 26 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। यह जुर्माना तेज गति से गाड़ी चलाने, सिग्नल तोड़ने और पुलिस के आदेश की अवहेलना के लिए है। ऑडी कार पुणे की एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। अभी तक जुर्माने की रकम का भुगतान नहीं किया गया है। 

पूजा खेडकर के माता-पिता भी फरार
पूजा खेडकर के माता-पिता फरार हैं। पुलिस का कहना है कि उनके फोन बंद हैं और उन्हें खोजने का प्रयास जारी है। पूजा की मां मनोरोमा का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह किसानों को पिस्तौल दिखाकर धमका रही थीं। इसके बाद पूजा खेडकर की मां पर भी मामला दर्ज किया गया था। पुलिस सरगर्मी से पूजा खेडकर के माता पिता की तलाश कर रही है। 

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