US Tariffs on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार (2 अप्रैल) को देर रात भारत पर 26 फीसदी (रेसिप्रोकल यानी जैसे को तैसा) टैरिफ लगा दिया। कहा, मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन अमेरिका के साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे। इस मामले में भारत बहुत सख्त है।
#WATCH वाशिंगटन | मेक अमेरिका वेल्थी अगेन इवेंट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "भारत बहुत, बहुत सख्त है। भारत के प्रधानमंत्री अभी-अभी अमेरिका का दौरा करके गए हैं और मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं, लेकिन आप हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं। वे हमसे 52 प्रतिशत शुल्क… pic.twitter.com/Dxf8ARxHJG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 2, 2025
अमेरिका ने भारत-चीन और जापान सहित करीब 60 देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। चाइनीज उत्पादों पर 34%, यूरोपीय यूनियन पर 20%, साउथ कोरिया पर 25%, वियतनाम पर 46%, जापान पर 24% और ताइवान पर 32% टैरिफ वसूलने की बात कही है।

डोनाल्ड ट्रम्प ने क्यों बढ़ाया टैरिफ ?
- इस दौरान डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, अमेरिकी उत्पादों पर भारत 52 फीसदी तक टैरिफ वसूलता है। लेकिन हमने उस पर 26% टैरिफ लगाया है। अन्य देशों से भी हम जितना टैरिफ वह वसूलते हैं, उसका आधा ही वसूल रहे हैं। यानी यह पूरी तरह से रेसिप्रोकल टैरिफ नहीं है। मैं ऐसा कर सकता था, लेकिन कुछ देशों के लिए यह मुश्किल होता। जो हम नहीं चाहते।
- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, अमेरिका अन्य देशों से मोटरसाइकिलों पर केवल 2.4% टैरिफ वसूलता है। जबकि, थाईलैंड सहित कुछ देश बहुत अधिक कीमत वसूलते हैं। भारत 70%, वियतनाम 75% और अन्य उससे भी अधिक टैरिफ लागते हैं।
- डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, मैं इसके लिए इन देशों दोषी नहीं मानता। इसके लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और नेताओं को दोषी हैं, जिन्होंने अपना काम नहीं किया। अब सभी विदेशी निर्मित ऑटोमोबाइल पर 25% टैरिफ लगाएंगे।
PHOTO | List of countries, territories and respective reciprocal tariff announced by US President Donald Trump.#reciprocaltariffs
— Press Trust of India (@PTI_News) April 3, 2025
(Source: White House) pic.twitter.com/vOIFbiQ7m7
टैरिफ क्या है?
टैरिफ एक तरह की आयात शुल्क है। एक देश से दूसरे देश में इम्पोर्ट होने वाले सामान पर इसे वसूला जाता है। यह टैक्स इम्पोर्ट करने वाली कंपनी से वहां की सरकारें वसूलती हैं। कुछ देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (मुक्त व्यापार समझौता) है। लिहाजा, वहां से इम्पोर्ट होने वाले सामानों पर कोई टैरिफ (आयात शुल्क) नहीं वसूला जाता।
रेसिप्रोकल टैरिफ क्या है?
सरकारें सामान्यत: जरूरत के हिसाब से टैरिफ (आयात शुल्क) घटाती बढ़ाती रहती हैं। महंगाई नियंत्रण और संबंधित देशों से होने वाले व्यापार-व्यवसाय को प्रभावित करने के लिए भी टैरिफ कम और ज्यादा किया जाता है। लेकिन दो देश एक दूसरे पर बराबर आयात शुल्क वसूलते हैं तो उसे रेसिप्रोकल टैरिफ कहते हैं।
US टैरिफ काब लागू होगा?
डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया कि अन्य देशों से अमेरिका आने वाले सभी सामान पर 10% बेसलाइन (न्यूनतम) टैरिफ लगेगा। रेसिप्रोकल टैरिफ 9 अप्रैल और बेसलाइन टैरिफ 5 अप्रैल से लागू हो जाएंगे।
रेसिप्रोकल टैरिफ का भारतीय बाजार में असर
अमेरिका द्वारा लगाए गए 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ से भारत में ऑटो, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर खासा प्रभावित हो सकता है। एक्सपर्ट्स ने बताया कि परिधान (Apparel Sector) और Jewellery Sector पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। अमेरिका ने विदेशी वाहनों पर 25 फीसदी टैरिफ वसूलने का ऐलान किया है। ऐसे में भारत से इम्पोर्ट होने वाली कारों में कही आएगी।