Wayanad landslide death toll: वायनाड में भूस्खलन के पांचवें दिन शनिवार(3 अगस्त) को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। रेस्क्यू टीमें अब मलबे में दबे शवों को बाहर निकालने में जुटी हैं। शनिवार को इस आपदा में मरने वालों की संख्या 361 पहुंच गई। अब भी 206 लोग लापता हैं। रेस्क्यू टीमों के मुताबिक, मलबे में 20-30 फीट नीचे तक लाशें दबी हुई हैं। ऐसे में शवों को ढूंढने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सीएम विजयन ने शनिवार को कहा कि मलबे में दबे लोगों का पता लगाना के लिए डीप सर्च राडार मंगाए गए हैं।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा है कि वायनाड में सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरी पड़ाव पर है, लेकिन 206 लोग अब भी लापता (206 people missing) हैं। इन्हें खोजने में सेना, NDRF, फॉरेस्ट, पुलिस, पैरामिलिट्री और स्वयंसेवकों समेत 1400 से ज्यादा लोग लगे हुए हैं।
1400 से अधिक लोग राहत कार्य में जुटे
वायनाड में चल रहे इस बचाव अभियान में सेना, एनडीआरएफ, वन विभाग, पुलिस, अर्धसैनिक बल और वालंटियर्स जुटे हैं। बता दें कि दो दिन पहले ही सेना ने मुण्डक्काई, चूरलमाला, अत्तमाला और नूलपुझा गांवों में सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा (Search and rescue operation) होने की बात कही थी। अब केवल मलबे में दबे शवों की तलाश की जा रही है। कई जगहों पर शवों के 20 से 30 फीट मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है।
डीप सर्च राडार से होगी प्रभावित क्षेत्रों की जांच
प्रभावित क्षेत्रों को सुरक्षित करने के लिए डीप सर्च राडार (Deep search radar) मंगवाया गया है। यह राडार जमीन के अंदर 80 मीटर तक की गहराई में फंसे मानव शरीर का पता लगा सकता है। सेना इस राडार का उपयोग हिमस्खलन के बाद खोज अभियान (Army rescue operation) के लिए करती है, खासकर सियाचिन और लद्दाख जैसे बर्फीले इलाकों में। वायनाड में इस तकनीक की मदद से मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है।
कर्नाटक सरकार बनाएगी 100 घर (Karnataka government support)
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने घोषणा की है कि उनकी सरकार वायनाड के भूस्खलन पीड़ितों के लिए 100 घर बनाएगी। वहीं, केरल के सीपीआईएम विधायकों ने एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने की घोषणा की है। बता दें कि भूस्खलन की वाजह से वायनाड में भारी तबाही मची है। हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। वायनाड के मेप्पाडी में 707 परिवारों के 2597 लोगों को 17 राहत शिविरों (Relief Camps) में रखा गया है।
वेस्टर्न घाट को संवेदनशील क्षेत्र घोषित करने की तैयारी
केंद्र सरकार ने वेस्टर्न घाट (Western Ghats) के 56,800 वर्ग किमी सेअधिक क्षेत्र को पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र (Ecologically Sensitive Area) (ESA) घोषित करने का प्रस्ताव दिया है। केरल के वायनाड जिले के 13 गांव भी शामिल हैं। इसके लिए एक मसौदा अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें 60 दिनों के भीतर सुझाव और आपत्तियां मांगी गई हैं। हालांकि, इस मसौदे में आपदा प्रभावित मुण्डक्काई, चूरलमाला और अत्तमाला शामिल नहीं हैं।
The disaster Management Authority has urged the people of Kerala 4 years ago to evacuate 4000 families from the place where the landslide occurred. But the Kerala government ignored the suggestions. #WayanadLandslide #WayanadTragedy#wayand#KeralaRains pic.twitter.com/5k38xCBQo1
— Saravanan Journalist (@Saranjournalist) July 31, 2024
जैसे जैसे दिन चढ़ा बढ़ने लगा मौतों का आंकड़ा
शनिवार की सुबह प्रशासन की ओर से भूस्खलन में 308 लोगों की मौत होने की बात की जानकारी दी गई। बताया गया कि 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। हालांकि, जैसे-जैसे दिन चढ़ा मृतकों का आंकड़ा बढ़ने लगा। शाम होते होते मृतकों का आंकड़ा 361 के पार पहुंच गया। सेना मोबाइल के लास्ट लोकेशन के हिसाब से भूस्खलन के बाद लापता हुए लोगों की तलाश में जुटी है। इससे पहले शुक्रवार को, सेना ने पदावेट्टी कुन्नू में एक ही परिवार के चार लोगों को जीवित बचाया।
Wayanad Landslide - Indian Navy Relief Operations
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 2, 2024
Continuing with the rescue & relief Ops Indian Navy ALH of INS Garuda undertook aerial reconnaissance of the affected area & airlifted 12 state police personnel along with rescue eqpt to the disaster area which was… pic.twitter.com/vhj5VHe7TG
एक ही रात में चार बार हुआ भूस्खलन
29-30 जुलाई की रात वायनाड में चार बार भूस्खलन हुआ। चार गांव बह गए। सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल वीटी मैथ्यू ने कहा कि मुंडक्कई, चूरलमला, अट्टामला और नूलपुझा गांवों में बचाव कार्य पूरा हो चुका है। अब केवल मृतकों की तलाश की जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी देर रात (भारतीय समय) इस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा - हम इस कठिन समय में भारत के साथ हैं।
राहुल गांधी ने किया भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गुरुवार को वायनाड पहुंचे। राहुल ने कहा कि उन्हें अपने पिता की मृत्यु के समय जैसा ही महसूस हो रहा है। कांग्रेस पार्टी वायनाड में 100 से अधिक घर बनाएगी। राहुल ने वायनाड और रायबरेली से लोकसभा चुनाव जीता था। उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी और अब प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ेंगी। वायनाड कलेक्टर मेघश्री ने कहा कि भूस्खलन से सबसे अधिक प्रभावित मुंडक्कई और चूरलमला क्षेत्रों को छह जोन में बांटा गया है। यहां बचाव दल डॉग स्क्वाड के साथ लापता लोगों और मृतकों की तलाश कर रहे हैं। इसमें सशस्त्र बलों और पुलिस की 40 टीमें शामिल हैं।
BREAKING ⚡️🚨
— Amock (@y0geshtweets) August 2, 2024
Shadow PM Rahul Gandhi at Ground Zero, right where the landslide hit in Wayanad.
This man is something else. Look at his will; it is his second day and he is on a mission.
This place is risky, but who can stop him from meeting his people?♥️♥️♥️♥️ pic.twitter.com/INdQYy9ii4
मुख्यमंत्री विजयन ने बचाव कार्य की सराहना की
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि बचाव कार्य पूरा हो चुका है। घायल लोगों का इलाज चल रहा है। अब मलबा हटाने और मृतकों को निकालने का काम चल रहा है। सेना ने बचाव कार्य में सराहनीय काम किया है। तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी एआईएडीएमके ने वायनाड के पीड़ितों के लिए 1 करोड़ रुपये की राहत पैकेज की घोषणा की है।