Weather Update: देशभर में भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार 26 मई को जानकारी दी है कि अगले पांच दिनों में केरल में मानसून दस्तक देने वाला है। इस बार मानसून की एंट्री के लिए केरल में परिस्थितियां अनुकूल हैं और मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। IMD ने लू का अलर्ट भी जारी किया है। इस बीच, सोमवार को नोतपे के तीसरे दिन में भी लोग गर्मी से हलकान रहे। देश के कई राज्यों में पारा 40 डिसे के पार रहा।
मानसून की स्थिति और बारिश का पूर्वानुमान
IMD के अनुसार, इस बार भारत के मानसून कोर जोन में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। उत्तर पूर्व भारत में सामान्य से कम, उत्तर पश्चिम में सामान्य और मध्य एवं दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में सामान्य से अधिक मानसून वर्षा का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि पूरे देश में दक्षिण पश्चिम मानसून वर्षा 4 फीसदी की मॉडल त्रुटि के साथ लंबी अवधि के औसत का 106 फीसदी होने की संभावना है, जिससे पूरे देश में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।
#WATCH | Delhi: Director General of Meteorology, IMD, Mrutyunjay Mohapatra says, "...The South West Monsoon rainfall over the country as a whole is likely to be 106% of the long-period average with a model error of 4%. Thus, above-normal rainfall is most likely over the country… pic.twitter.com/f2Ec2zSt4j
— ANI (@ANI) May 27, 2024
लू और हीटवेव की स्थिति
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत और आसपास के कई हिस्सों में लू से लेकर गंभीर लू चलने की संभावना है। हालांकि, 30 मई से इसमें धीरे-धीरे कमी आने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भीषण लू का रेड अलर्ट जारी किया गया है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में अलग-अलग इलाकों में हीटवेव का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
तपती गर्मी से राहत की उम्मीद
नौतपा के तीसरे दिन भी कई राज्यों में तापमान बेहद उच्च स्तर पर बना हुआ है। राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, इन क्षेत्रों में बिजली गरजने और चमकने की संभावना है, जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश हो सकती है।
तूफान रेमल का कैसा रहा असर?
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात रेमल रविवार शाम को तूफान में बदल गया और पश्चिम बंगाल में लैंडफॉल हुआ। इस दौरान तेज आंधी और बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और घरों को नुकसान पहुंचा। गृह मंत्रालय ने बंगाल के तटीय इलाकों में NDRF की 12 टीमें तैनात की थीं और 5 अतिरिक्त टीम को स्टैंडबाय पर रखा था।
हीटवेव के कारण हुई कई मौतें
भीषण गर्मी के कारण कई जगहों पर लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को जैसलमेर में भारत-पाक सीमा पर तैनात BSF जवान की लू लगने से मौत हो गई। जोधपुर के पुलिस लाइन में तैनात एक कॉन्स्टेबल की भी गर्मी से जान चली गई। राजस्थान में पिछले चार दिनों में गर्मी से मरने वालों की संख्या 30 हो चुकी है। बिहार में भी नगालैंड के जवान की हीट स्ट्रोक से मौत हुई है।
राजस्थान में ज्यादा दिखा नौतपा का असर
नौतपा के पहले दिन राजस्थान के फलोदी में तापमान 50 डिग्री और दूसरे दिन 51 डिग्री दर्ज किया गया। रविवार को जम्मू में तापमान 42 डिग्री और हिमाचल के ऊना में 44.4 डिग्री तक पहुंच गया। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 37 जगहों पर तापमान 45 डिग्री या उससे अधिक दर्ज किया गया।