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Poonch Terrorist attack: पुंछ में हुए आतंकी हमले के बाद सेना जमीन से लेकर आसमान तक सर्च ऑपरेशन चला रही है। शाहसितार, गुरसाई, सनाई, शींदरा टॉप समेत आसपास के 20 किमी दायरे को घेर लिया गया है। हेलिकॉप्टर के जरिए आसमान से निगरानी की जा रही है।

Poonch Terrorist attack: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शनिवार, 4 मई की शाम 6 बजकर 15 मिनट पर एयरफोर्स के जवानों पर शाहसितार इलाके में आतंकियों ने कायराना हमला किया। हमले में 5 जवान घायल हुए, जिन्हें एयरलिफ्ट कर उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के रहने वाले विक्की पहाड़े की मौत हो गई। शहीद विक्की का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में किया जाएगा। 

जिस वक्त हमला हुाअ, सुरक्षाबलों के जवान दो गाड़ियों में सवार होकर सनाई टॉप जा रहे थे। एक गाड़ी एयरफोर्स जवानों की थी।  एके असॉल्ट राइफल्स से लैस 4 आतंकियों ने गाड़ी पर फायरिंग कर दी और जंगल की तरफ भाग गए।

20 किमी के दायरे में सर्च ऑपरेशन जारी 
इस घटना के बाद सेना जमीन से लेकर आसमान तक सर्च ऑपरेशन चला रही है। शाहसितार, गुरसाई, सनाई, शींदरा टॉप समेत आसपास के 20 किमी दायरे को घेर लिया गया है। हेलिकॉप्टर के जरिए आसमान से निगरानी की जा रही है। सड़क पर सुरक्षाबलों के जवान गाड़ियों की तलाशी ले रहे हैं। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है। हालांकि अभी तक किसी आतंकी का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। 

Poonch Terrorist attack
Poonch Terrorist attack

पुंछ में हुए इस हमले की जिम्मेदारी PAFF ने ली है। PAFF क्या है? यह काम कैसे करता है? इसका पाकिस्तान से क्या कनेक्शन है? यह सबकुछ जानिए...

PAFF क्या है?
PAFF का पूरा नाम पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट है। यह एक आतंकी संगठन है। इसे पाकिस्तानी जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का एक मुखौटा कहा जाता है। इसकी स्थापना मसूद अजहर ने की थी। यह पहली बार अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद देखा गया था। जैश-ए-मोहम्मद के अलावा PAFF भी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 35 के तहत आतंकवादी संगठन के रूप में नामित समूहों की सूची में शामिल है।

कैसे काम करता है?
इस संगठन के आतंकी छोटे-छोटे ग्रुपों में बंटकर अलग-अलग जगहों पर छिपे रहते हैं। इसमें बिना आपराधिक रिकॉर्ड वाले युवकों को शामिल किया जाता है। इन्हें हाइब्रिड आतंकी कहा जाता है। यह घात लगाकर हमला करते हैं और फिर सामान्य जीवन में वापस आ जाते हैं। यही वजह है कि सुरक्षाबलों और खुफिया एजेंसियों के लिए उन्हें पकड़ना एक चुनौती बन गई है। 

मुफ्ती अजगर नाम का आतंकी PAFF चलाता है, जबकि मसूद अजहर का दूसरा भाई मुफ्ती अब्दुल रऊफ अजहर समूह के संगठन-संबंधी संचालन का प्रभारी है।

बॉडी कैम से शूट करते हैं हमला? 
PAFF अपने हमलों का वीडियो बनाने के लिए बॉडी कैमरों का उपयोग करने के लिए जाना जाता है। वीडियो का इस्तेमाल आतंकवादी अपने प्रचार के लिए करते हैं। 

PAFF ने इन हमलों की ली जिम्मेदारी

21 दिसंबर, 2023: सुरनकोट में PAFF के आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था। इस हमले में 5 जवान शहीद हुए थे। आतंकियों ने अमेरिकी एम-4 कार्बाइन असॉल्ट राइफल से स्टील बुलेट फायर की थी। यह बुलेट गाड़ियों की मोटी लोहे की चादरों को पार करते हुए जवानों को लगी थी। 
20 अप्रैल, 2023: आतंकियों ने पुंछ जिले में दोपहर करीब सवा तीन बजे सेना के ट्रक पर हमला किया था। बारिश और लो विजिबिलिटी का फायदा उठाकर आतंकियों ने स्टिकी बम से हमला किया था। ग्रेनेड भी फेंके थे। इससे ट्रक में आग लग गई थी। इस हमले में 5 जवान शहीद हुए थे। बाद में PAFF ने हमले की तस्वीरें जारी की थीं।

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