BJP New National President: देश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को कौन संभालेगा? BJP का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? सियासी गलियारों में गूंज रहे इस सवाल का जवाब होली (14 मार्च) तक मिल जाएगी। फरवरी के आखिरी तक 18 राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया पूरी होगी। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम घोषित होगा। मार्च के पहले हफ्ते तक भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 14 मार्च तक नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान हो सकता है। जानिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए किन नेताओं के नाम सुर्खियां बटोर रहे...।
इनके नाम बटोर रहे सुर्खियां
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत की मंजूरी से होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में कई नाम सुर्खियां बटोर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का नाम सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रहा है।
इन तीन नेताओं की प्रबल संभावना
भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, विनोद तावड़े, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव में से किसी एक की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की प्रबल संभावना है। धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव का नाम पिछले संगठनात्मक चुनावों में भी चर्चा में थे, लेकिन आखिर में जेपी नड्डा को भाजपा की कमान सौंपी गई। भूपेंद्र यादव राजस्थान से हैं। धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा से हैं। विनोद तावड़े महाराष्ट्र से हैं। तीनों ही नेताओं को अमित शाह का करीबी माना जाता है।
ये नेता रहे चुके राष्ट्रीय अध्यक्ष
पार्टी के संविधान मुताबिक, जो 15 साल से पार्टी का सदस्य हो, उसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। 2010 से 2013 तक संगठन की कमान नितिन गडकरी के पास थी। राजनाथ सिंह 2005 से 2009 तक और फिर 2013 से 14 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 2014 से 2020 तक अमित शाह ने बीजेपी की कमान संभाली।
3 साल होता है अध्यक्ष का कार्यकाल
भाजपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल होता है। जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में खत्म हुआ था। पिछले साल लोकसभा चुनाव के लिए जून तक उनके कार्यकाल को 6 महीने का विस्तार दिया था। नड्डा अभी केंद्रीय मंत्री भी हैं। भाजपा संविधान के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए कोई व्यक्ति लगातार दो टर्म के लिए चुना जा सकता है। इस हिसाब से नड्डा तकनीकी रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की योग्यता रखते हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि उन्होंने दोबारा अध्यक्ष बनने की जगह किसी नए व्यक्ति को यह जिम्मेदारी देने की बात कही है।
जानिए कैसे होता है अध्यक्ष का चयन
भाजपा संविधान के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी कराया जा सकता है जब देश के आधे राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव हो जाएं। फरवरी के आखिरी तक 18 राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया पूरी होते ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होगा। भाजपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होता है। एक ही व्यक्ति नामांकन करता है। बिना वोटिंग अध्यक्ष चुन लिया जाता है। इस बार भी यही परंपरा रहने की उम्मीद है।