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Lok Sabha Speaker Election 2024:लोकसभा स्पीकर चुनाव 26 जून को, क्या स्पीकर पद पर नियुक्ति के लिए विपक्ष की मांग मानेगी? जानें लोकसभा स्पीकर पद के लिए एनडीए और विपक्ष की क्या है रणनीति।

Lok Sabha Speaker Election 2024: लोकसभा स्पीकर का चुनाव 26 जून को होने वाला है। इससे पहले विपक्षा और सत्ता पक्ष में खींचतान शुरू हो गई है।सत्तारूढ़ एनडीए जहां स्पीकर और डिप्टी स्पीकर दोनों अपना चाहता है। वहीं, विपक्ष चाहता है कि डिप्टी स्पीकर उसका हो। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की अपनी-अपनी रणनीतियां हैं। विपक्ष का कहना है कि अगर उसका डिप्टी स्पीकर बनता है तो  ही वह  एनडीए के स्पीकर कैंडिडेट के खिलाफ अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगा। क्या बीजेपी विपक्ष की मांग मान लेगी? क्या इस बार टूट जाएगी सर्वसम्मति से स्पीकर और डिप्टी स्पीकर चुने जाने की परंपरा। 

बीजेपी की रणनीति और विपक्ष की मांग
लोकसभा स्पीकर का चुनाव सत्तारूढ एनडीए और विपक्ष दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। बीजेपी की रणनीति है कि एनडीए के सभी घटक दल मजबूती से साथ हैं और इसमें किसी भी तरह का कोई विरोधाभास नहीं है। वहीं, विपक्ष की रणनीति यह है कि स्पीकर चुनाव के बहाने सरकार को डिप्टी स्पीकर का पद देने के लिए मजबूर किया जाए।

एनडीए घटक दलों का समर्थन
स्पीकर चुनाव को लेकर एनडीए के घटक दलों ने बीजेपी को फ्री हैंड दे दिया है। जेडीयू और टीडीपी दोनों ने बीजेपी के नामित उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है। जेडीयू ने स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी जिसका भी नाम आगे बढ़ाएगी, पार्टी उसका समर्थन करेगी। टीडीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने भी कहा है कि एनडीए के सहयोगी दल साथ मिलकर यह तय करेंगे कि उनका उम्मीदवार कौन होगा।

विपक्ष की क्या है रणनीति? 
लोकसभा स्पीकर के चुनाव में अब दो दिन का समय बचा है। विपक्ष अड़ा है कि अगर उन्हें डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिया गया तो वे दोनों ही पदों के लिए उम्मीदवार उतारेंगे। सत्ता पक्ष का रुख देखकर ये कहा जा रहा है कि एनडीए विपक्ष को डिप्टी स्पीकर देने के मूड में नहीं है। कहा जा रहा है कि बीजेपी स्पीकर का पद अपने पास रखेगी। बता दें कि राज्यसभा में उपसभापति का पद पहले से ही जेडीयू के पास है।

परंपरा टूटने की संभावना
अगर विपक्ष भी स्पीकर के लिए उम्मीदवार उतारता है, तो यह पहली बार होगा जब इस पद के लिए चुनाव की नौबत आएगी। आजादी के बाद से अब तक लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चयन सर्वसम्मति से होता रहा है। अगर इस बार चुनाव होता है तो एनडीए की जीत सुनिश्चित है, लेकिन विपक्ष संसद से एक संदेश देने की रणनीति के तहत उम्मीदवार उतारने की सोच रहा है।

नंबरगेम में कौन कितना मजबूत 
लोकसभा में एनडीए के 293 सदस्य हैं जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया ब्लॉक के 233 सांसद हैं। बीजेपी 240 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। हालांकि, पूर्ण बहुमत से पीछे है। कांग्रेस के 98 सांसद हैं, जबकि सात निर्दलीय समेत 16 अन्य चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। इस नंबर गेम में बीजेपी और विपक्ष दोनों की रणनीति महत्वपूर्ण होगी।

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