Zakir Naik Extradition:एक बार से फिर से देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे मुस्लिम धर्म गुरु जाकिर नाइक को भारत लाने की चर्चा तेज हो गई है। मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा है कि यदि नाइक के खिलाफ पर्याप्त सबूत दिए जाते हैं, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। भारत दौरे पर आए अनवर इब्राहिम ने जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के सवाल पर यह बात कही। अनवर इब्राहिम ने कहा कि इस एक केस से भारत और मलेशिया के संबंधों पर असर नहीं पड़ना चाहिए।मलेशिया के पीएम का यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच गहरे संबंध हैं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर दोनों देश लड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
अनवर इब्राहिम ने की पीएम मोदी से मुलाकात
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की यह भारत यात्रा बेहद अहम मानी जा रही है। इस मलेशियाई पीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। जब उन्हें विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा दिए गए सबूतों की जांच की जाएगी। उन्होंने यह भी साफ किया कि यह मामला अब तक भारत सरकार द्वारा औपचारिक रूप से नहीं उठाया गया है। जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण (Extradition of Zakir Naik) पर दोनों देशों के बीच इस तरह का कोई संवाद नहीं हुआ।
जाकिर नाइक भारत में भगोड़ा घोषित हाे चुका है
जाकिर नाइक पर भारत में भड़काऊ भाषण देने, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप हैं। मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) में 2019 में ED ने उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें 193 करोड़ रुपए की संपत्ति आइडेंटिफाई की गई थी। इनमें से 50 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को जब्त किया गया है। नाइक पर यह भी आरोप है कि उसने 2003-04 और 2016-17 के बीच 64 करोड़ रुपए की संदिग्ध धनराशि प्राप्त की।
Peace TV और इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन
1990 में जाकिर नाइक ने इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की शुरुआत की थी, जिसे वह NGO के रूप में ऑपरेट करता था। 2016 में भारत सरकार ने इस फाउंडेशन पर को बैन कर दिया था। इसके अलावा, जाकिर नाइक ने 'पीस टीवी' चैनल भी शुरू किया। इस टीवी की ब्रॉडकास्टिंग दुबई से होती था। इस चैनल पर वह ऐसे भाषण देतता थे जो युवाओं को कट्टरपंथ के लिए उकसाने वाले होते थे। यही वजह रही कि पीस टीवी (Peace TV) को कई देशों ने बैन कर दिया है।
जाकिर नाइक विवादों से रहा है गहरा नाता
जाकिर नाइक का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन्होंने इस्लाम को अन्य सभी धर्मों से श्रेष्ठ बताने के लिए विवादास्पद भाषण दिए। 2016 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए बम धमाके के बाद नाइक विवादों में घिर गए। एक हमलावर ने दावा किया था कि वह नाइक के भाषणों से प्रभावित था। इस घटना के बाद, नाइक भारत छोड़कर मलेशिया भाग गए, जहां उन्हें सरकारी सुरक्षा दी गई।
जानें, भारत-मलेशिया संबंधों पर क्या होगा असर
प्रधानमंत्री इब्राहिम के बयान से यह साफ है कि मलेशिया इस मामले को गंभीरता से ले रहा है, लेकिन दोनों देशों के संबंधों पर इसका प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। मलेशिया ने संकेत दिया है कि अगर भारत पर्याप्त सबूत पेश करता है तो जाकिर नाइक के खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है। ऐसे में अब भारत सरकार औपचारिक तौर पर जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के लिए कोशिशें शुरू कर सकता है।