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हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति मासिक शिवरात्रि व्रत को पूरे श्रद्धाभाव से करता है, उसके और पूरे परिवार के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। वह जीवन के सम्पूर्ण सुखों का भोग करता है।

Masik Shivratri 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह के त्रयोदशी को प्रदोष व्रत और चतुर्दशी पर मासिक शिवरात्रि का व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए खास माना गया हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और मां गौरी की विधि- विधान से पूजा- अर्चना करने पर कृपा हमेशा बनी रहती है। इस बार आषाढ़ में यह व्रत 04 जुलाई को रखा जाएगा। इस दिन वृद्धि योग और मृगशिरा नक्षत्र है। आइए जानते हैं पूजा विधि और शुभ मुहूर्त।

मासिक शिवरात्रि का महत्व
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति इस व्रत को पूरे श्रद्धाभाव से करता है, उसके और पूरे परिवार के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। वह जीवन के सम्पूर्ण सुखों का भोग करता है। इसके अलावा व्रत की महिमा से व्यक्ति काम, क्रोध, लोभ और मोह आदि के बंधन से मुक्त हो जाता है।  
 
शुभ मुहूर्त 
मासिक शिवरात्रि की तिथि का आरंभ 04 जुलाई 2024 की सुबह 05 बजकर 54  मिनट पर होगा और समापन 05 जुलाई 2024 की सुबह 04 बजकर 57 मिनट पर होगा। इस व्रत को 04 जुलाई को रखा जाएगा। पूजा का शुभ मुहूर्त रात 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट के बीच रहेगा। 

जानें पूजा विधि

  • मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें। 
  • स्नान करने के बाद एक लकड़ी की चौकी पर भगवान शिव और मां गौरी की प्रतिमा को विराजमान करें।
  • प्रतिमा पर गंगाजल से अभिषेक कर घी का दीपक जलाएं। 
  • माता पार्वती को लाल वस्त्र अर्पित करें और चंदन व कुमकुम का टीका लगाएं। 
  • भगवान शिव पर अभिषेक के बाद बेलपत्र चढ़ाएं।
  • इसके बाद शिव चालीसा का पाठ करें और भोग लगाएं।

    आकांक्षा तिवारी
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