Bhai Dooj 2024: प्रतिवर्ष कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भाई दूज मनाई जाती है। भाई-बहन के प्यार का प्रतीक यह पर्व बेहद ख़ास है। भाई दूज को भैया दूज, भाई टीका, यम द्वितीया जैसे नामों से भी पुकारा जाता है। यह पांच दिवसीय दीपोत्सव का आखिरी दिन होता है। भैया दूज के पर्व पर भाई अपनी बहन के घर तिलक करवाने जाता है और बहन भाई का पसंदीदा भोजन बनाकर उसे खिलाती है। साथ ही उसकी लंबी उम्र की कामना करती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, तिलक करते समय भाई का मुख उत्तर दिशा या उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। वहीं बहन का मुख पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। बहन ध्यान रखें, भाई को तिलक करने से पूर्व तक कुछ खाये-पिए नहीं। तिलक के पश्चात भाई और बहन, दोनों ही भोजन ग्रहण कर सकते हैं।
भाई दूज पर तिलक करने का तरीका
सबसे पहले आटे से चौक निर्मित करें। इस पर लकड़ी का पाटा रखें और उस पर भाई को बिठायें। इस दौरान भाई का मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। इसके बाद बहन अपने भाई को उसके माथे पर तिलक करें और हाथ में कलावा बांधे। अब दीपक जलाकर भाई की आरती उतारें और मुंह मीठा करवाएं।
भूलकर भी भाई दूज पर न करें ये गलतियां
- - भाई और बहन को आपस में किसी तरह का झगड़ा नहीं करना चाहिए।
- - भाई दूज पर भाई से मिले तोहफे का बहन को अनादर नहीं करना चाहिए।
- - भाई दूज पर बहन को अपने भाई को तिलक लगाने से पहले कुछ नहीं खाना चाहिए।
- - बहन को अपने भाई को तिलक लगाते वक्त काले रंग के कपड़ें नहीं पहनने चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।