Logo
Parivartini Ekadashi 2024 Vrat Niyam: आज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी है, जिसे परिवर्तिनी या फिर जलझूलनी एकादशी के नाम से भी जानते है। आज अगर व्रत कर रहे है या कर रही है, तो एक कुछ विशेष बातों का अवश्य ध्यान रखें, अन्यथा आपका व्रत टूट सकता है।

Parivartini Ekadashi 2024 Vrat Niyam: आज 14 सितंबर 2024, शनिवार के दिन परिवर्तिनी एकादशी मनाई जा रही है। इसे पद्मा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन भगवान श्री नारायण और मां लक्ष्मी की पूजा को समर्पित है। इस दिन व्रत रखने और विधिवत पूजा-पाठ करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। लेकिन कई बार हम व्रत में ऐसी गलतियां कर बैठते है, जिससे वह खंडित हो जाता है और हम भगवान की कृपा से वंचित हो जाते है। 

आज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी है, जिसे परिवर्तिनी या फिर जलझूलनी एकादशी (Jaljhulani Ekadashi 2024) के नाम से भी जानते है। आज अगर व्रत कर रहे है या कर रही है, तो एक कुछ विशेष बातों का अवश्य ध्यान रखें, अन्यथा आपका व्रत टूट सकता है। चलिए जानते है उनके बारे में- 

जलझूलनी एकादशी व्रत में इन बातों को रखें ध्यान
(Jaljhulani Ekadashi Vrat Niyam) 

- आज परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान श्री नारायण को पूजा में तुलसी अवश्य अर्पित करें। लेकिन ध्यान रखें, इस तुलसी दल को एकादशी के दिन पेड़ से न तोड़े बल्कि एक दिन पहले ही तोड़ कर रख लें। इसके अलावा एकादशी व्रत कथा पाठ जरूर करें। इसी स्थिति में आपका व्रत पूर्ण माना जाता है। 

- आज परिवर्तिनी एकादशी के दिन चावल खाना वर्जित माना गया है। यदि आप भूलकर भी ये गलती कर देते है, तो आपका व्रत खंडित माना जाएगा। धर्म शास्त्रों के अनुसार, न सिर्फ व्रत रखने वाले को बल्कि व्रत नहीं रखने वालों को भी, आज के दिन चावल खाना वर्जित होता है। 

- आज परिवर्तिनी एकादशी के दिन भूलकर भी काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। यह अशुभ माना गया है। आप इस दिन भगवान विष्णु के प्रिय रंग यानी पीले रंग के कपडे पहन सकते है। एकादशी की पूजा में पीले रंग का अधिक से अधिक इस्तेमाल करें, जिसमें पीले फूल, फल-मिठाई आदि है। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

5379487