Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष के दिनों में श्राद्ध करते समय शुभ मुहूर्त व सही तिथि का ज्ञात होना आवश्यक है। आज गुरूवार के दिन पितृ पक्ष का दसवां दिन है। इस दिन को दशमी श्राद्ध के नाम से जाना जाएगा। अधिकांश लोगों को यह ज्ञात नहीं होता है कि, पितृ पक्ष के दसवें दिन या दशमी श्राद्ध को किन पितरों का श्राद्ध करना चाहिए। चलिए इसी कड़ी में जानते है, दशमी श्राद्ध की विधि व परिवार के किन लोगों द्वारा श्राद्ध किया जा सकता है, उसकी जानकारी।
पितृपक्ष की दशमी पर किसका करें श्राद्ध?
(Pitru Paksha 10th Day Shradh Niyam)
आज 26 सितंबर 2024, गुरूवार के दिन पितृ पक्ष की दशमी श्राद्ध तिथि है। आज के दिन उन पूर्वजों का श्राद्ध करें, जिनका स्वर्गवास किसी भी महीने की दशमी तिथि को हुआ था। पंचांग के अनुसार, पितृ पक्ष के दसवें दिन शुक्ल पक्ष अथवा कृष्ण पक्ष दोनों ही पक्षों की दशमी श्राद्ध किया जा सकता है। दशमी श्राद्ध के लिए कुतुप, रौहिण, अपराह्न मुहूर्त शुभ माने गए है। यदि तिथि ज्ञात नहीं हो तो पितृ विसर्जन अथवा सर्वपितृ अमावस्या पर श्राद्ध करें।
दशमी श्राद्ध कर्म कैसे करें?
पितृ पक्ष के दसवें दिन या दशमी श्राद्ध को घर के मुख्य द्वार पर फूल सुसज्जित करें और पितरों का आह्वान करें। खाना बनाने के दौरान पहले कौआ, कुत्ते और गाय का ग्रास निकालें। इसके पश्चात पात्र में दूध, जल, तिल और पुष्प लेवें। अब कुश और काले तिल से तीन बार तर्पण करें। इसके पश्चात ब्राह्मण देवता को वस्त्र, फल, मिठाई दान स्वरुप भेंट करें। यदि किसी कारणवश ब्राह्मण नहीं मिल रहे हैं तो आप दान सामग्री किसी भी मंदिर में चढ़ा सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।