नई दिल्ली। आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स की तरफ से खेलने वाले बैटर आयुष बदोनी ने दिल्ली प्रीमियर लीग में धमाकेदार बल्लेबाजी की। साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स टीम की कप्तानी कर रहे आय़ुष ने नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स के खिलाफ मैच में एक-दो नहीं, बल्कि 19 छक्के मारे। आयुष ने मैच में 55 गेंद में 165 रन की पारी खेली। उनकी इस पारी की बदौलत साउथ दिल्ली टीम ने ये मुकाबला 112 रन से जीता था।
165 रन की पारी खेलने के दौरान आय़ुष बदोनी ने सलामी बल्लेबाज प्रियांश आर्य के साथ दूसरे विकेट के लिए रिकॉर्ड 286 रन की साझेदारी भी की थी। आयुष से पहले एक टी20 मैच में सबसे अधिक छक्के उड़ाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और एस्टोनिया के साहिल चौहान के नाम था। इन दोनों ने 18-18 छक्के मारे थे। लेकिन, आयुष ने दोनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
आयुष ने 19 छक्के मार गेल का रिकॉर्ड तोड़ा
आयुष ने मैच के बाद अपनी पारी को लेकर कहा, "मैं बस गेंद को सही समय पर मारने की कोशिश कर रहा था, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक पारी में 19 छक्के लगाऊंगा। मैं बस गेंद को टाइम करने पर ध्यान देता हूं और गेंद को जोर से मारने की कोशिश नहीं करता।"
19 छक्के मारने के बारे में नहीं सोच रहा था: आयुष
आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलने वाले बदोनी ने अपने छोटे से क्रिकेट करियर में इस आकर्षक लीग में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है। मौजूदा डीपीएल में अपने शानदार प्रदर्शन के बाद, यह बल्लेबाज कई फ्रेंचाइजी की नजर में होगा।
उन्होंने कहा, "मैं अभी (आईपीएल) मेगा नीलामी के बारे में नहीं सोच रहा हूं; मेरा ध्यान अभी कप्तान के तौर पर दिल्ली प्रीमियर लीग जीतने पर है। आईपीएल में खेलने से यहां (डीपीएल) बल्लेबाज के तौर पर मेरे लिए जीवन काफी आसान हो गया है। हम वहां विश्व स्तरीय गेंदबाजों का सामना करते हैं और फिर यहां आकर खेलना अपेक्षाकृत आसान हो जाता है।
एलएसजी के सहायक कोच जोंटी रोड्स ने बदोनी की तुलना पूर्व प्रोटियाज हार्ड-हिटिंग बल्लेबाज हर्शल गिब्स से की। इस पर आयुष ने कहा, "जॉन्टी और मेरे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। मैं उनके शब्दों के लिए उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं और बस इतना कहना चाहता हूं कि जल्द ही मिलते हैं, जॉन्टी।"
बदोनी ने साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स की अगुआई की है। उन्होंने प्रियांश आर्य के साथ मिलकर डीपीएल के पहले संस्करण में 1,091 रन बनाए हैं। कप्तान ने माना कि अच्छी साझेदारियां निचले क्रम में आने वाले बल्लेबाजों पर से दबाव कम करती हैं। प्रियांश ने भी इस मैच में एक ओवर में 6 छक्के मारने का कारनामा किया था।