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ranji trophy kerala vs gujarat: केरल 74 साल में पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचा। गुजरात के खिलाफ मैच के आखिरी दिन शुक्रवार को एक कैच ने केरल को फाइनल में पहुंचाने का काम किया। इसका वीडियो वायरल हो रहा।

ranji trophy kerala vs gujarat: केरल ने अहमदाबाद में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के पांचवें दिन शुक्रवार को इतिहास रच दिया। केरल 74 साल में पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा। वो भी पहली पारी में मिली सिर्फ 2 रन की लीड के आधार पर। केरल के फाइनल में पहुंचने में किस्मत का भी हाथ रहा। मैच के आखिरी दिन एक कैच ने केरल की किस्मत पलट दी और वो फाइनल में पहुंचा। इस कैच का वीडियो वायरल हो रहा।

रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के आखिरी दिन गुजरात के नंबर 10 बल्लेबाज अर्जन नागवासवाला ने जीत की उम्मीद में एक जोरदार स्लॉग स्वीप शॉट खेला लेकिन गेंद शॉर्ट लेग पर खड़े सलमान निज़ार के हेलमेट से टकराई और फिर स्लिप में खड़े कप्तान सचिन बेबी की तरफ चली गई और उन्होंने इसे लपकने में कोई चूक नहीं की। इस अजीबोगरीब विकेट ने गुजरात की पहली पारी 455 रन पर समेट दी जबकि केरल ने पहली पारी में 457 रन बनाए थे।

इस तरह केरल को पहली पारी में 2 रन की लीड मिल गई। शुक्रवार को मैच का आखिरी दिन होने की वजह से सीधा नतीजा नहीं आने की उम्मीद है और नियमों के तहत जो टीम पहली पारी में लीड लेती है, उसे विजेता घोषित किया जाता है। ऐसे में केरल फाइनल में पहुंच गया। 

74 साल बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में केरल
1951-52 में रणजी ट्रॉफी में पहली बार खेलने वाली केरल टीम ने 74 साल बाद इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई। इस मुकाबले में केरल ने पहली पारी में 457 रन बनाए थे, जिसके जवाब में गुजरात की टीम महज 455 रनों पर सिमट गई। केरल की जीत में जलज सक्सेना और आदित्य सरवटे ने अहम भूमिका निभाई, जिन्होंने आखिरी 3 विकेटों के लिए जबरदस्त गेंदबाजी की और गुजरात को लक्ष्य से 2 रन पहले रोक दिया। 

इस तरह कैच आउट को लेकर नियम क्या है?
यह नियम इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने 2017 में लागू किया था। इसके तहत अगर गेंद फील्डर के हेलमेट से टकराने के बाद कैच होती है, तो बल्लेबाज को आउट करार दिया जाएगा। यह नियम तब लागू किया गया जब 2014 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिलिप ह्यूज की सिर पर गेंद लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद नियमों में बदलाव कर यह पक्का किया गया कि बल्लेबाज, विकेटकीपर और क्लोज-इन फील्डर हेलमेट पहनें।
एमसीसी की वर्ल्ड क्रिकेट कमेटी, जिसमें रिकी पोंटिंग, कुमार संगकारा और सौरव गांगुली जैसे दिग्गज शामिल थे, ने यह सिफारिश की थी कि हेलमेट से टकराकर कैच होने वाली गेंदों को भी मान्य माना जाए।

फाइनल में केरल का सामना विदर्भ से संभव
अब केरल टीम रणजी ट्रॉफी के फाइनल में अपनी जगह बना चुकी है, जहां उनका सामना विदर्भ से होने की संभावना है। यह फाइनल मुकाबला केरल के लिए ऐतिहासिक होगा, क्योंकि यह उनकी 352वीं रणजी ट्रॉफी मैच में पहली बार होगा कि वे ट्रॉफी जीतने के इतने करीब पहुंचे हैं।

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