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IND vs NZ bengaluru Test Analysis: भारत को न्यूजीलैंड ने बेंगलुरु टेस्ट में 8 विकेट से हराया। रोहित शर्मा के फैसले के अलावा भारत की हार की क्या वजहें रहीं। आइए जानते हैं।

IND vs NZ bengaluru Test Analysis: बांग्लादेश को टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप करने के बाद टीम इंडिया से यही उम्मीद थी कि न्यूजीलैंड के खिलाफ भी वो इसी प्रदर्शन को दोहराएगी। लेकिन, बेंगलुरु में खेले गए पहले ही टेस्ट में टीम इंडिया फुस्स हो गई। न्यूजीलैंड ने आखिरी दिन 2 विकेट पर 107 रन के लक्ष्य को हासिल कर लिया और 1988 यानी 36 साल बाद भारत में टेस्ट जीता। इसके साथ ही 3 मैच की सीरीज में न्यूजीलैंड ने 1-0 की बढ़त ले ली। आखिर क्यों टीम इंडिया बेंगलुरु टेस्ट हारी? कहां गलती हुई। आइए आपको हार की 5 वजहें बताते हैं। 

भारत की हार की सबसे बड़ी वजह रोहित शर्मा का टॉस जीतने पर पहले बल्लेबाजी का फैसला करना रहा। बेंगलुरु टेस्ट में कंडीशन ओवरकास्ट थी। पहले दिन का खेल बारिश में धुल गया था। इसेक बावजूद जब दूसरे दिन रोहित शर्मा ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी चुनी तो हर कोई दंग था। नमी और ओवरकास्ट कंडीशंस का कीवी तेज गेंदबाजों ने पूरा फायदा उठाया और भारत घर में अपने सबसे छोटे स्कोर पर आउट हो गया। टीम इंडिया सिर्फ 46 रन पर ढेर हो गई। 

विराट कोहली समेत 5 बैटर्स का खाता नहीं खुला। रोहित ने दूसरे दिन के खेल के बाद खुद माना था कि टॉस के बाद फैसले में गलती हुई। रोहित ने कहा था कि बतौर कप्तान 46 रन का स्कोर देखकर दुखी हूं क्योंकि पहले बैटिंग का फैसला मेरा था। लेकिन, एक-दो फैसलों से निर्णय नहीं करना चाहिए। 

रचिन-साउदी की बड़ी साझेदारी
भारत की हार की एक वजह रचिन रवींद्र और टिम साउदी की पहली पारी की अहम साझेदारी रही। इन दोनों ने पहली पारी में 8वें विकेट के लिए 132 गेंद में 137 रन की साझेदारी हुई थी। रवींद्र ने 134 रन की पारी खेली तो वहीं साउदी ने निचले क्रम में आकर 73 गेंद में ताबड़तोड़ 65 रन ठोके। इसी वजह से न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 400 से अधिक रन बनाए और ये टीम इंडिया पर भारी पड़ गया। 

डेवोन कॉनवे भी डटे रहे
भारत को 46 पर समेटने के बाद न्यूजीलैंड के सलामी बैटर डेवोन कॉनवे ने अच्छी बल्लेबाजी की। उन्होंने 105 गेंद में 91 रन की पारी खेली। उन्होंने कप्तान टॉम लैथम के साथ पहले विकेट के लिए 67 रन जोड़े थे। इसके बाद विल यंग के साथ दूसरे विकेट के लिए 75 रन की साझेदारी कर टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया था। 

भारत के लोअर ऑर्डर ने योगदान नहीं दिया
सरफराज खान और ऋषभ पंत के बीच दूसरी पारी में अहम साझेदारी हुई। इन दोनों ने भारत की मैच में वापसी कराई और 356 रन की लीड उतारने में अहम योगदान दिया। लेकिन, इन दोनों के आउट होने के बाद निचले क्रम के बल्लेबाज 50 रन भी नहीं जोड़ पाए और पूरी टीम इंडिया 462 रन पर आउट हो गई। केएल राहुल, रवींद्र जडेजा, आऱ अश्विन रन बनाने में नाकाम रहे। अगर ये तीनों बैटर्स 30-40 रन की पारी भी खेल जाते तो मैच का नतीजा कुछ और होता। 

भारतीय गेंदबाजों को कम स्कोर डिफेंड करने को मिला

भारतीय गेंदबाजों को बहुत कम स्कोर का बचाव करने को मिला। पहली पारी में विकेट से स्पिन गेंदबाजों को जरूर मदद मिली थी। इसी कारण से रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने 3-3 विकेट निकाले थे। लेकिन, दूसरी पारी में वैसी मदद नहीं मिली और स्कोर छोटा होने की वजह से इक्का-दुक्का बाउंड्री से भी न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों पर से दबाव हट गया। बुमराह और सिराज ने जरूर नई गेंद से अच्छी गेंदबाजी की। लेकिन, स्कोर नाकाफी होने के कारण भारत को हार का मुंह देखना पड़ा। 

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