Mayank Yadav: 'वो गेंदबाजों का रॉल्स रॉयस है', मयंक यादव के फैन हुए जोंटी रोड्स, दिग्गज बॉलर से की तुलना

Jonty rhodes praises mayank yadav
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Jonty Rhodes Praises Mayank Yadav: लखनऊ सुपर जायंट्स के असिस्टेंट कोच जॉन्टी रोड्स ने तेज गेंदबाज मयंक यादव की जमकर तारीफ की है।

Jonty Rhodes Praises Mayank Yadav: लखनऊ सुपर जायंट्स के सहायक कोच जॉन्टी रोड्स ने तेज गेंदबाज मयंक यादव की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि युवा तेज गेंदबाज टीम का रोल्स रॉयस है और उसने पूर्व गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल को बहुत प्रभावित किया। लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के तेज गेंदबाज मयंक यादव उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 में अपने प्रदर्शन से कई लोगों को प्रभावित किया।

पिछले कुछ सालों से LSG के साथ जुड़े मयंक ने 2024 के संस्करण में पदार्पण किया और कम मुकाबले खेलने के बावजूद खुद को एक बड़ा नाम बना लिया। मयंक यादव ने सिर्फ़ तीन मैच खेले और उन्हें भारत का सबसे तेज़ गेंदबाज़ माना गया। लेकिन चोट की वजह से वो ज्यादा मैच नहीं खेल पाए। तीन गेम खेलने के बाद उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। लेकिन, तीन मैच उनके लिए वह प्रभाव छोड़ने के लिए पर्याप्त थे जो वह चाहते थे।

मयंक ने डेब्यू आईपीएल में प्रभावित किया था
मयंक यादव ने लगातार 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की और बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। इस तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को भी परेशान कर दिया, जो तेज गेंदबाजी के आदी हैं। उन्होंने अपनी टीम को हार के मुंह से खेल जीतने में मदद की और दो बार लगातार प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता।

जॉन्टी रोड्स ने मयंक की तारीफ की
जॉन्टी रोड्स ने मयंक यादव के बारे में बात करते हुए कहा कि पूर्व एलएसजी गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने उन्हें रोल्स रॉयस कहा था। उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाज ने कई लोगों को प्रभावित किया और इसलिए मालिकों का विश्वास जीता। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने तेज गेंदबाज के कार्यभार को कैसे प्रबंधित किया।

वो गेंदबाजों के रोल्स रॉयस है: रोड्स
रोड्स ने कहा, "हाँ, ज़रूर। मेरा मतलब है, वह कोई है, अगर आप देखें, तो मैं गेंदबाजी कोच नहीं हूँ, लेकिन मोर्ने मोर्कल, पिछले सीज़न के दौरान, जब मयंक तैयारी की शुरुआत में चोटिल हो गए थे, तो सचमुच मोर्ने ने कहा, 'वाह, यह लड़का (मयंक यादव), वह गेंदबाजों के रोल्स रॉयस की तरह है, ठीक उसी तरह जैसे हम एलन डोनाल्ड को रोल्स रॉयस कहते थे। वह एलएसजी का रोल्स रॉयस था।

रोड्स ने आगे कहा, "उसके पास पूरा सीजन था। और यही कारण था कि मालिकों ने उसे टीम के साथ रखने का फैसला किया। इसलिए उसने पूरे आईपीएल में अपना पूरा रिहैब किया और टीम का हिस्सा बना रहा क्योंकि हमारा मानना ​​है कि वह बेहद प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी है।और हमने उसे उन मुकाबलों में देखा जो उसने खेले और हर कोई, आप जानते हैं, उसकी निगरानी कर रहा था, उसे रूई के फाहे में लपेटकर नहीं रख रहा था, बल्कि सिर्फ उसके कार्यभार पर नज़र रख रहा था और यह समझ रहा था कि उसके पास एक ऐसा खिलाड़ी है जिसे नेट्स में हर दिन 30 मिनट गेंदबाजी करने की ज़रूरत नहीं है।"

जोंटी रोड्स ने आगे कहा कि मयंक यादव को तमाम चोटों के बीच खुद को मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत रखने की जरूरत है। उमरान मलिक का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि तेज गेंदबाजों को सफल होने के लिए अपने गेम प्लान के मुताबिक गेंदबाजी करने की जरूरत है।

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