Musheer Khan: मुंबई के युवा ऑलराउंडर मुशीर खान बीते 1 साल से शानदार प्रदर्शन कर रहे। दलीप ट्रॉफी के डेब्यू पर 181 रन की पारी खेलने वाले मुशीर को अब इसका इनाम मिल सकता है। उनपर सेलेक्टर्स की नजर है। जिस तरह से मुशीर ने इंडिया-ए बनाम इंडिया-बी के दलीप ट्रॉफी मैच में दबाव में बल्लेबाजी की और 181 रन ठोके, उससे सेलेक्टर्स काफी प्रभावित हैं और उन्हें इंडिया-ए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भेजा सकता है।
दलीप ट्रॉफी में अपने डेब्यू मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए मुशीर ने दूसरे छोर पर विकेट गिरने के बावजूद संयम नहीं खोया और 181 रन बनाए- जो उनका तीसरा प्रथम श्रेणी शतक था। उनकी मैराथन पारी ने इंडिया बी को 94/7 के मुश्किल स्कोर से उबारा और 321 रन बनाने में मदद की, जो मैच में निर्णायक साबित हुआ और इंडिया-बी ने मैच 76 रन से जीता था।
मुशीर को मिलेगा इनाम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 साल के मुशीर खान, जिन्होंने प्रथम श्रेणी सत्र में शानदार प्रदर्शन किया है, इंडिया-ए के शैडो दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जिसमें तीन 'चार दिवसीय' टेस्ट खेले जाएंगे। रणजी क्वार्टर फाइनल में दोहरा शतक और फाइनल में शतक लगाने के बाद, मुशीर चयन समिति के रडार पर हैं।
इंडिया-ए के साथ ऑस्ट्रेलिया जा सकते मुशीर
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए इंडिया-ए टीम का चयन दलीप ट्रॉफी के प्रदर्शन और रेस्ट ऑफ इंडिया और रणजी चैंपियन मुंबई के बीच ईरानी कप मैच के आधार पर किया जाएगा, जो ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले आयोजित किया जाएगा।
मानव सुथार को भी मिल सकता है मौका
फिटनेस संबंधी किसी भी चिंता को छोड़कर, मुशीर और राजस्थान के बाएं हाथ के स्पिनर मानव सुथार चयन के लिए मजबूत दावेदार हैं। सुथार ने सौरभ कुमार को पीछे छोड़ दिया है और रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल के बाद दूसरे सर्वश्रेष्ठ बाएं हाथ के स्पिनर बन गए हैं।
मुशीर दबाव में अच्छी बल्लेबाजी करते हैं
मुशीर के प्रभावशाली प्रदर्शन, जिसमें रणजी ट्रॉफी फाइनल जैसे महत्वपूर्ण मुकाबलों में और अच्छे तेज गेंदबाजों के खिलाफ बड़े रन बनाने की उनकी क्षमता शामिल है, उन्हें इंडिया-ए के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए संभावित विकल्प बनाता है। उनकी 373 गेंदों की पारी (116 में से 62.1 ओवर) और टेलेंडर नवदीप सैनी के साथ साझेदारी द्वारा प्रदर्शित उनके स्वभाव और धीरज ने चयन के लिए उनके दावे को और मजबूत कर दिया है।
7 फर्स्ट क्लास मैच में 3 शतक जड़े
मुशीर ने अपने 7 मैच के फर्स्ट क्लास करियर में 3 शतक और 1 अर्धशतक जड़ा है। उनके दो बेहतरीन शतक तब आए जब उनकी टीम बहुत दबाव में थी। स्विंग होती गेंद जरूर उनकी कमजोरी हो सकता है। लेकिन, वो 19 साल के ही हैं और इसमें सुधार कर सकते हैं। मुशीर का बाएं हाथ का स्पिनर होना उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, खासकर तब जब भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों में से कोई भी नियमित रूप से गेंदबाजी नहीं कर रहा है।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज विजय दहिया ने पीटीआई वीडियो से कहा, "मुशीर को जो चीज अलग बनाती है, वह है उनकी मानसिकता, जो बहुत मजबूत है। मैं भविष्य की भविष्यवाणी नहीं कर सकता, लेकिन अगर वह लगातार रन बनाते रहे, तो वह भारतीय टीम के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प हो सकते हैं।"