Rishi Dhawan: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व जस्टिन लैंगर ने 2021 में भारत से टेस्ट सीरीज हारने के बाद एक बात कही थी। 140 करोड़ लोगों के देश भारत से अगर 11 खिलाड़ी निकलेंगे तो उस टीम को हराना किसी के लिए भी मुश्किल होगा।
लैंगर का मतलब था, इतनी बड़ी आबादी के देश की टीम का हिस्सा बनना बहुत ज्यादा मुश्किल है। ऐसा ही कुछ भारत के लिए डेब्यू कर चुके ऋषि धवन के भाई के साथ भी हुई। उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिली तो वह युगांडा चले गए और वहां से इंटरनेशनल डेब्यू कर लिया।
कौन हैं ऋषि धवन का भाई?
ऋषि के बड़े भाई राघव धवन ने भी हिमाचल प्रदेश से घरेलू क्रिकेट खेला। उन्हें 26 फर्स्ट क्लास, 9 लिस्ट-ए और 16 टी-20 मैचों में भी मौका मिला। लेकिन यह मौके उनके लिए काफी नहीं रहे, जिसके बाद उन्होंने युगांडा जाने का फैसला किया।
युंगाडा जाने के 3 साल बाद राघव वहां से इंटरनेशनल खेलने के लिए एलिजिबल हो गए। उन्होंने युगांडा के लिए 2 टी-2 इंटरनेशनल भी खेले और ओपनिंग करते हुए 126.31 के स्ट्राइक रेट से 48 रन बनाए।
Another pair of brothers to play International Cricket for two countries
— Sulay 🏏☘️ (@Sulay177) November 7, 2024
Rishi Dhawan 🇮🇳
Raghav Dhawan 🇺🇬 pic.twitter.com/8LcIwbeOMZ
सिंगापुर के खिलाफ खाता भी नहीं खुला
राघव का नाम अब सिंगापुर के खिलाफ वनडे खेलने के दौरान सामने आया। 6 नवंबर को कम्पाला में दोनों टीमों के बीच वनडे खेला गया। सिंगापुर 38.4 ओवर में 82 रनपर ही सिमट गई। युगांडा ने फिर 17.5 ओवर में 4 ही विकेट खोकर टारगेट हासिल कर लिया।
छोटा टारगेट होने के बाद बावजूद राघव कुछ खास नहीं कर सके। वह 2 गेंदें खेलकर भी जीरो पर ही आउट हो गए। दोनों टीमों को फिलहाल वनडे खेलने का दर्जा नहीं मिला है, इसलिए इस मुकाबले को इंटरनेशनल स्टेटस नहीं मिला। यानी इस मैच के रिकॉर्ड लिस्ट-ए मैच में काउंट होंगे।
ऋषि ने कब किया था डेब्यू?
ऋषि धवन ने भारत के लिए 2016 में वनडे और टी-20 डेब्यू किया। उन्होंने तीनों वनडे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले, लेकिन एक टी-20 उन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलने के लिए मिला। दोनों फॉर्मेट में उनके नाम 1-1 विकेट ही हैं। हालांकि, IPL और घरेलू क्रिकेट में वह लगातार खेल रहे हैं।