ind vs aus follow on score: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा टेस्ट के चौथे दिन लंच तक भारत को फॉलोऑन से बचने के लिए 79 रन और चाहिए थे। रवींद्र जडेजा (41) और नीतीश कुमार रेड्डी (7) क्रीज पर थे। अगर भारत को फॉलोऑन बचाना है, तो 246 रन का आंकड़ा पार करना होगा। जडेजा तो डटे हुए हैं लेकिन नीतीश रेड्डी आउट हो गए। बारिश से एक घंटे खेल रूकने के बाद दोबारा शुरू हो चुका है। भारत अब भी ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी में 445 रन के स्कोर से 250 प्लस रन पीछे है।
लेकिन, टीम इंडिया के लिए फिलहाल 246 रन का आंकड़ा पार करना ज्यादा जरूरी है। भारत के लिए क्यों इस पड़ाव को पार करना जरूरी है। क्या है फॉलोऑन का नियम और अगर भारत अगर फॉलोऑन टालने के लिए जरूरी 246 रन के आंकड़े को पार नहीं कर पाया तो क्या होगा। फॉलोऑन को लेकर क्या है MCC का नियम। आइए आपको सबकुछ बताते हैं।
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क्रिकेट के लिए नियम बनाने वाली संस्था MCC के रूल 14.1.1 के अनुसार, '5 दिन या उससे अधिक समय के दो-पारी वाले मैच में, जो टीम पहले बल्लेबाजी करती है और कम से कम 200 रन से आगे होती है, तो वो दूसरी टीम को दोबारा बल्लेबाजी के लिए उतरने को कह सकती है। तो इसका क्या मतलब है? इसका मतलब है कि अगर भारत 246 रन तक नहीं पहुंच पाता है, तो ऑस्ट्रेलिया के पास भारत को दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए कहने का मौका होगा।'
अगर ऐसा नहीं होता है तो ऑस्ट्रेलिया दोबारा बल्लेबाजी के लिए उतरेगा और अपनी लीड को आगे ले जाएगा। ऐसी सूरत में ऑस्ट्रेलिया की हार की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। मॉर्डन डे टेस्ट क्रिकेट में फॉलोऑन का चलन भले ही कम हो गया हो लेकिन टेस्ट मैच में ये तब बहुत अहम हो जाता है, जब समय की अहमियत इसमें जुड़ जाती है। ब्रिसबेन टेस्ट में ऐसा ही हो रहा है। पहले दिन बारिश के कारण सिर्फ 13.2 ओवर ही हुए थे और दूसरे दिन, तीसरे दिन भी बारिश से खेल काफी प्रभावित रहा था। चौथे दिन भी बादलों की लुकाछिपी और बारिश ने खेल पर काफी असर डाला।
अगर भारत फॉलोऑन बचाने में सफल हो जाता है, तो यह गाबा टेस्ट मैच बचाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा, क्योंकि इससे ऑस्ट्रेलिया को अपनी दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरने के लिए मजबूर होना होगा क्योंकि उसके गेंदबाज थके होंगे और जोश हेजलवुड के चोटिल होने से ऑस्ट्रेलिया के पास एक गेंदबाज कम है। ऐसे में पहले से ही थके गेंदबाजों पर ऑस्ट्रेलिया अतिरिक्त भार नहीं डालना चाहेगा। इस सारे खेल में समय जाया होगा, जो भारत के लिहाज से फायदे का सौदा है।